यदि ${\varepsilon _o}$ व ${\mu _0}$ किसी मुक्त आकाश की क्रमश: विद्युतशीलता, चुम्बकीय पारगम्यता है तथा $\varepsilon $ व $\mu $ माध्यम में सापेक्ष राशियाँ हैं। माध्यम का अपवर्तनांक है
$\sqrt {\frac{{\mu \varepsilon }}{{{\mu _0}{\varepsilon _0}}}} $
$\frac{{\mu \,\varepsilon }}{{{\mu _0}{\varepsilon _0}}}$
$\sqrt {\frac{{{\mu _0}{\varepsilon _0}}}{{\mu \varepsilon }}} $
$\sqrt {\frac{{\mu {\mu _0}}}{{\varepsilon \,{\varepsilon _0}}}} $
एक समतल विधुत चुम्बकीय तरंग में विधुत क्षेत्र व चुम्बकीय क्षेत्र की दिशाएँ क्रमशः $\hat{ k }$ और $2 \hat{ i }-2 \hat{ j }$ की ओर है। तरंग के चलने की दिशा में इकाई वेक्टर है ?
विद्युत चुम्बकीय तरंग के कम्पित विद्युत एवं चुम्बकीय सदिश निर्देशित होते हैं
एक तरंग किसी माध्यम में, जिसका विद्युत परावैद्युतांक स्थिरांक $2$ एवं सापेक्षिक चुम्बकशीलता $50$ है, में संचरित होती है। इस माध्यम का तरंग प्रतिघात.......$ \Omega$ होगा
वायु में $x$-अक्ष के अनुदिश चल रही प्रकाश तरंग की समीकरण $E _{ y }=540 \sin \pi \times 10^4( x - ct ) Vm ^{-1}$ है तो वैद्युतचुम्बकीय तरंग क चुम्बकीय क्षेत्र का शिखर मान $......... \times 10^{-7}\,T$ होगा। (दिया है, $c =3 \times 10^8 ms ^{-1}$ )
$v$ वेग से गतिमान $m$ द्रव्यमान के पिण्ड में गतिज ऊर्जा $\frac{1}{2}m{v^2}$ होगी, यदि