किसी गतिमान विघुत चुम्बकीय तरंग में चुम्बकीय क्षेत्र का शिखर मान $20\, nT$ है तब विघुत-क्षेत्र का शिखर मान ...........$V / m$ होगा
$3 $
$6 $
$9$
$12$
निर्वात् में विद्युत-चुम्बकीय तरंग का वेग होता है
किसी $100 \,W$ के बल्ब से उत्सर्जित विकिरणों द्वारा बल्ब से $3 \,m$ दूरी पर उत्पन्न विधुत क्षेत्र तीव्रता $E$ है। इतनी ही दूरी पर $60\, W$ के बल्ब से उत्सर्जित विकिरणों द्वारा उत्पन्न विधुत क्षेत्र तीव्रता होगी $\sqrt{\frac{ x }{5}} E$, यहाँ $x =....$ है।
मुक्त आकाश में गतिमान किसी विधुतचुम्बकीय तरंग के लिए, विधुत क्षेत्र एवं चुम्बकीय क्षेत्र के कारण औसत ऊर्जा घनत्वों, $\left( U _{ e }\right)$ और $\left( U _{ m }\right)$ में सम्बन्ध होगा :
एक विद्युत बल्ब पर $200\,W$ अंकित है। $4\,m$ दूरी पर बल्ब से आने वाले विकिरण के कारण उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र का अधिकतम मान $....... \times 10^{-8}\,T$ होगा। बल्ब को एक बिन्दु स्त्रोत मानिए जिसकी दक्षता $3.5 \%$ है।
यदि निर्वात में विद्युत चुम्बकीय तरंगों के विद्युत क्षेत्र तथा संचरण सदिश को $\overrightarrow{\mathrm{E}}$ एवं $\overrightarrow{\mathrm{K}}$ से प्रदर्शित किया हो, तो चुम्बकीय क्षेत्र सदिश है ( $\omega$ - कोणीय आवृत्ति):