निम्नलिखित कथन पढ़ें :
$(A)$ नाभिक का आयतन, द्रव्यमान संख्या के सीधे अनुक्रमानुपाती होता है।
$(B)$ नाभिक का आयतन, द्रव्यमान संख्या पर निर्भर नहीं करता।
$(C)$ नाभिक का घनत्व, द्रव्यमान संख्या के सीधे अनुक्रमानुपाती होता है।
$(D)$ नाभिक का घनत्व, द्रव्यमान संख्या के घनमूल के सीधे अनुक्रमानुपाती होता है।
$(E)$ नाभिक का घनत्व, द्रव्यमान संख्या पर निर्भर नहीं करता है।
निम्नलिखित में से सही विकल्प चुनें
केवल $(A)$ ओर $(D)$
केवल $( A )$ और $( E )$
केवल $(B)$ और $(E)$
केवल $(A)$ और $(C)$
एक नाभिक दो नाभिकों में टूटता है जिनके वेगों का अनुपात $2 : 1$ है। इनके नाभिकीय आकारों का अनुपात होगा (नाभिकीय त्रिज्या)
यदि ${ }_{13}^{27} Al$ के नाभिक की नाभिकीय त्रिज्या लगभग $3.6\, fm$ हो तो ${ }_{32}^{125} Te$ की त्रिज्या लगभग .......$fm$ होगी-
द्रव्यमान संख्या $A$ के एक नाभिक की त्रिज्या $R$ का अनुमान $R =\left(1.3 \times 10^{-15}\right)\, A ^{1 / 3} \,m$ सूत्र से लगाया जा सकता है। तब एक नाभिक के द्रव्यमान घनत्व की परिमाण कोटि (order of magnitude) होगी : (प्रोटान का द्रव्यमान $\cong$ न्यूट्रॉन का द्रव्यमान $\left.\simeq 1.67 \times 10^{-27} \,kg \right)$
नाभिक $_{13}A{l^{27}}$ एवं $_{52}{X^A}$ की त्रिज्याओं का अनुपात $3 : 5$ है। नाभिक $X$ में न्यूट्रॉनों की संख्या है
$He$ की द्रव्यमान संख्या $4$ और सल्फर की द्रव्यमान संख्या $32$ है। सल्फर के नाभिक की त्रिज्या हीलियम के नाभिक की त्रिज्या से कितने गुना ज्यादा होती है