एक नाभिक दो नाभिकों में टूटता है जिनके वेगों का अनुपात $2 : 1$ है। इनके नाभिकीय आकारों का अनुपात होगा (नाभिकीय त्रिज्या)
${2^{1/3}}:1$
$1:{2^{1/3}}$
${3^{1/2}}:1$
$1:{3^{1/2}}$
$_2H{e^4}$ नाभिक की त्रिज्या $3$ फर्मी हैं, तो $_{82}P{b^{206}}$ नाभिक की त्रिज्या ..........$fermi$ होगी
समीकरण $R=R_{0} A^{1 / 3}$ के आधार पर, दर्शाइए कि नाभिकीय द्रव्य का घनत्व लगभग अचर है (अर्थात $A$ पर निर्भर नहीं करता है )। यहाँ $R_{0}$ एक नियतांक है एवं $A$ नाभिक की द्रव्यमान संख्या है।
इलेक्ट्रॉन का प्रति-कण है
नीचे दिए गए कथनों पर विचार कीजिए।
$A.$ प्रत्येक तत्व के परमाणु अभिलाक्षणिक स्पेक्ट्रम उत्सर्जित करते हैं।
$B.$ बोहर के अभिगहित के अनुसार किसी हाइड्रोजन परमाणु में कोई इलेक्ट्रॉन किसी निश्चित स्थायी कक्षा में परिक्रमा करता है।
$C.$ नाभिकीय द्रव्य का घनत्व नाभिक के साइज पर निर्भर करता है।
$D.$ मुक्त न्यूट्रॉन स्थायी होता है परन्तु मुक्त प्रोटॉन का क्षय संभव है।
$E.$ रेडियोएक्टिविटी नाभिक के अस्थायित्व का सूचक है।
निम्नलिखित विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए।
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