$L$ भुजा व $O$ केन्द्र वाले एक समबाहु षट्भुज के कोनों पर $6$ बिन्दु-आवेश चित्र में दर्शाये अनुरूप रखे है। $K =\frac{1}{4 \pi \varepsilon_0} \frac{ q }{ L ^2}$ को मानकर निर्धारित करें कि कौन प्रकथन सही है/हैं
$(A)$ $O$ पर विधुत क्षेत्र $6 K$ व $O D$ दिशा में है।
$(B)$ $O$ पर विभव शून्य है।
$(C)$ लाइन $PR$ पर सब जगह विभव समान है।
$(D)$ लाइन $ST$ पर सब जगह विभव समान है।
$(A,B,C)$
$(A,B,D)$
$(A,C,D)$
$(B,C,D)$
धातुओं के बने हुए दो गोलाकार समकेन्द्रीय खोलों की त्रिज्या $R$ और $4 R$ है तथा इन पर क्रमश: $Q _{1}$ और $Q _{2}$ आवेश हैं। यदि दोनों खोलों पर सतहीय आवेश घनत्व (surface charge density) समान हो तो विभवान्तर $V ( R )- V (4 R )$ का मान है :
किसी चालक गोले के अन्दर विद्युत विभव
त्रिज्या $R$ आवेशित धात्विक पतले खोल के केन्द्र से त्रिज्या दूरी $r$ के साथ स्थिर विधुत विभव के विचरण को दर्शाने वाला ग्राफ है
निम्न चित्र में प्रदर्शित दो समान्तर धात्विक प्लेटों के विभव अलग अलग हैं। यदि एक इलेक्ट्रॉन को प्लेटों के मध्य छोड़ दिया जाये तो यह गति करेगा
आवेश $Q,$ एक $L$ लम्बाई की छड़ $AB$ चित्र में दर्शाया गया है, पर समान रूप से वितरित हो जाता है। छड़ के सिरे $A$ से $L$ दूरी पर स्थित बिन्दु $O$ पर विघुत विभव का मान होगा