$L$ भुजा व $O$ केन्द्र वाले एक समबाहु षट्भुज के कोनों पर $6$ बिन्दु-आवेश चित्र में दर्शाये अनुरूप रखे है। $K =\frac{1}{4 \pi \varepsilon_0} \frac{ q }{ L ^2}$ को मानकर निर्धारित करें कि कौन प्रकथन सही है/हैं

$(A)$ $O$ पर विधुत क्षेत्र $6 K$ व $O D$ दिशा में है।

$(B)$ $O$ पर विभव शून्य है।

$(C)$ लाइन $PR$ पर सब जगह विभव समान है।

$(D)$ लाइन $ST$ पर सब जगह विभव समान है।

223904-q

  • [IIT 2012]
  • A

    $(A,B,C)$

  • B

    $(A,B,D)$

  • C

    $(A,C,D)$

  • D

    $(B,C,D)$

Similar Questions

धातुओं के बने हुए दो गोलाकार समकेन्द्रीय खोलों की त्रिज्या $R$ और $4 R$ है तथा इन पर क्रमश: $Q _{1}$ और $Q _{2}$ आवेश हैं। यदि दोनों खोलों पर सतहीय आवेश घनत्व (surface charge density) समान हो तो विभवान्तर $V ( R )- V (4 R )$ का मान है :

  • [JEE MAIN 2020]

आवेश $Q,$ एक $L$ लम्बाई की छड़ $AB$ चित्र में दर्शाया गया है, पर समान रूप से वितरित हो जाता है। छड़ के सिरे $A$ से $L$ दूरी पर स्थित बिन्दु $O$ पर विघुत विभव का मान होगा

  • [JEE MAIN 2013]

$2 \,cm$ त्रिज्या की $64$ सर्वसम बूँदों में ­प्रत्येक पर ${10^{ - 9}}\,C$ आवेश रखा जाता है। अब उन्हें संयुक्त कर एक बड़ी बूँद बनायी जाती है। इसका विभव ज्ञात कीजिए

पतले तार के दो छल्ले, जिनमें प्रत्येक की त्रिज्या $R$ है, अपने अक्षों को संपाती रखते हुए एक दूसरे से $d$ दूरी पर स्थित हैं। इन दोनों छल्लों के आवेश $ + q$ तथा $ - q$ हैं। दोनों छल्लों के केन्द्रों के बीच विभवान्तर है

  • [AIEEE 2005]

किसी चालक गोले के अन्दर विद्युत विभव