$S.I. $ पद्धति में चुम्बकशीलता का मात्रक है
ऐम्पियर मीटर$^{ - 1}$
ऐम्पियर मीटर
हेनरी मीटर$^{ - 1}$
कोई मात्रक नहीं, यह एक मात्रकहीन राशि है
एक छड़ चुम्बक के अन्दर चुम्बकीय बल रेखाएँ
$10 \,cm$ लम्बी एवं $ 4.0 \,Am $ ध्रुव सामथ्र्य वाली एक चुम्बक का चुम्बकीय आघूर्ण....$A{m^2}$ होगा
एक धारावाही लूप चुम्बकीय क्षेत्र में व्यवहार करता है
विलगित (isolated) बिन्दु से $d $ दूरी पर $m $ इकाई ध्रुव प्राबल्य का वायु में चुम्बकीय प्रेरण का मान होगा
एक चुम्बक का द्विध्रुव आघूर्ण $M$ तथा इसकी अक्ष पर चुम्बकीय विभव $V $ है। द्विध्रुव आघूर्ण $\frac{M}{4}$ वाली एक अन्य चुम्बक के कारण उसी बिन्दु पर चुम्बकीय विभव होगा