डाईमेथिल ईथर वेफ अपघटन से $CH _{4}, H _{2}$ तथा $CO$ बनते हैं। इस अभिक्रिया का वेग निम्न समीकरण द्वारा दिया जाता है- 

वेग $=k\left[ CH _{3} OCH _{3}\right]^{3 / 2}$

अभिक्रिया के वेग का अनुगमन बंद पात्रा में बढ़ते दाब द्वारा किया जाता है, अतः वेग समीकरण को डाईमेथिल ईथर के आंशिक दाब के पद में भी दिया जा सकता है। अतः

वेग $=k\left(p_{ CH _{3} OCH _{3}}\right)^{3 / 2}$

Vedclass pdf generator app on play store
Vedclass iOS app on app store

If pressure is measured in bar and time in minutes, then

Unit of rate $=$ bar $\min ^{-1}$

Rate $ = k{\left( {{p_{C{H_3}OC{H_3}}}} \right)^{3/2}}$

$ \Rightarrow k = \frac{{{\rm{ Rate }}}}{{{{\left( {{p_{C{H_3}OC{H_3}}}} \right)}^{3/2}}}}$

Therefore, unit of rate constants $(k)=\frac{\text { bar min }^{-1}}{\operatorname{bar}^{3 / 2}}$

$ = ba{r^{ - 1/2}}{\min ^{ - 1}}$

Similar Questions

अत्याधिक जल की उपस्थिति में किसी कार्बनिक क्लोराइड के जल अपघटन की अभिक्रिया

$RCl + {H_2}O \to ROH + HCl$ की

$HCl$ की उपस्थिति में सुक्रोज का जल-अपघटन ग्लूकोज और फ्रक्टोज में हो जाता है। सुक्रोज की सान्द्रता $0.4 \,M $  से $0.2 \,M $ एक घण्टे में और  $0.1\, M $  दो घंटे में कम पायी गई  अभिक्रिया की कोटि है  

अभिक्रिया $2NO(g) + {O_2}(g) \to 2N{O_2}(g)$ का एकाएक दाब बढ़ाकर इसका आयतन आधा कर दिया जाता है यदि अभिक्रिया ${O_2}$ के सापेक्ष प्रथम कोटि तथा $NO$ के सापेक्ष द्वितीय कोटि की अभिक्रिया है तो अभिक्रिया का वेग होगा

  • [AIEEE 2003]

अभिक्रिया $A + 2B \to $उत्पाद, के लिये दर नियम $\frac{{d[dB]}}{{dt}} = k[{B^2}]$ से दिया जाता है। यदि $A$ अधिकता में लिया जाये तो अभिक्रिया की कोटि होगी

अभिक्रिया की कोटि का मान हो सकता है