कण का विस्थापन, समय के फलन के रुप में चित्र में प्रदर्शित है। चित्र से ज्ञात होता है कि
17-2

  • A
    कण एक निश्चित वेग से गति प्रारम्भ करता है परन्तु गति अवमन्दित है तथा अन्त में कण रुक जाता है
  • B
    पूरे समय तक कण का वेग अचर बना रहता है
  • C
    पूरे समय तक कण का त्वरण अचर बना रहता है
  • D
    कण एक निश्चित वेग से गति प्रारम्भ करता है, फिर कण की गति त्वरित होती है, तथा अन्त में कण एक अन्य निश्चित वेग से गतिशील हो जाता है

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विस्थापन का समीकरण $x = 2{t^2} + t + 5$ से दिया गया है। $t = 2$ सैकण्ड पर त्वरण होगा.........$m/{s^2}$

निम्न चित्र में किसी गतिशील वस्तु का $v - t$ ग्राफ दिया गया है। अधिकतम त्वरण है.........$\mathrm{cm/sec}^{2}$

$10\,kg$ द्रव्यमान की एक वस्तु $10\,m/sec$ के वेग से नियत गति करती है। अब इस पर एक नियत बल $4\,sec$ के लिए आरोपित किया जाता है जिससे इसका वेग विपरीत दिशा में $2m/sec$ हो जाता है। इसमें उत्पन त्वरण ........ $m/{\sec ^2}$ होगा

$\mathrm{t}=0$ पर एक कण मूल बिन्दु से $5 \hat{\mathrm{i}}$ मी./से. के वेग से गति प्रारम्भ करता है तथा एक बल के अन्तर्गत $x-y$ तल में गति करता है जो $(3 \hat{\mathrm{i}}+2 \hat{\mathrm{j}})$ मी./ से. $^2$ का एक नियत त्वरण उत्पन्न करता है।, यदि किसी क्षण कण का $x$-निर्देशांक $84$ मी. हो तब उस समय कण की चाल $\sqrt{\alpha}$ मी/से. है। $\alpha$ का मान. . . . . . . . .है।

  • [JEE MAIN 2024]

$72$ किमी/घन्टा से गतिशील ट्रेन $200$ मीटर चलकर विरामावस्था में आ जाती है। इस पर कार्य करने वाला अवमंदन होगा..........$m{s^{ - 2}}$