विद्युत चुम्बकीय तरंगें गमन करती हैं
ध्वनि वेग से
प्रकाश वेग से
प्रकाश से कम वेग से
उपरोक्त में से कोई नहीं
यदि किसी विद्युतचुम्बकीय तरंग की आवृत्ति $60 \mathrm{MHz}$ है तथा यह वायु में $\mathrm{z}$-अक्ष की धनात्मक दिशा के अनुदिश संचरित होती है तब इसके संगत वैद्युत तथा चुम्बकीय क्षेत्र एक दूसरे के परस्पर लम्बवत है। तरंगदैर्ध्य (मीटर में) है :
एक लैम्प की सभी दिशाओं में एकसमान रूप से एक वणीय हरा प्रकाश उत्सर्जित करता है। विद्युत शक्ति को विद्युत-चुम्बकीय तरंगों में परिवर्तित करने में लैम्प की दक्षता $3\%$ है तथा इसमें $100\,W$ शक्ति की खपत होती है। लैम्प से $10\,m$ की दूरी पर विद्युत-चुम्बकीय विकिरणों से सम्बद्ध विद्युत क्षेत्र का आयाम ......$V/m$ होगा
एक तरंग किसी माध्यम में, जिसका विद्युत परावैद्युतांक स्थिरांक $2$ एवं सापेक्षिक चुम्बकशीलता $50$ है, में संचरित होती है। इस माध्यम का तरंग प्रतिघात.......$ \Omega$ होगा
एक माध्यम में विध्यूत चुम्बकीय तरंग का वैध्यूत क्षेत्री भाग निम्न प्रकार सूचित है
$E_x=0, E_y=2.5$ $\frac{N}{C}\, cos\,\left[ {\left( {2\pi \;\times\;{{10}^6}\;\frac{{rad}}{s}\;\;} \right)t - \left( {\pi \;\times\;{{10}^{ - 2}}\;\frac{{rad}}{m}} \right)x} \right]$,और $ E_z=0$ . यह तरंग
समतल वैद्युत चुम्बकीय तरंग के लिए $\mathrm{E}=\mathrm{E}_0 \sin (\omega \mathrm{t}-\mathrm{kx})$ एवं $\mathrm{B}=\mathrm{B}_0 \sin (\omega \mathrm{t}-\mathrm{kx})$ हैं, औसत विद्युत ऊर्जा घनत्व तथा औसत चुम्बकीय ऊर्जा घनत्व का अनुपात है: