तार पर भार लटकाने से इसकी लम्बाई $3$ मिमी बढ़ जाती है। समान लम्बाई तथा समान पदार्थ के एक अन्य तार जिसकी त्रिज्या पहले वाले की आधी है, पर समान भार लटकाने पर लम्बाई में वृद्धि ..... $mm$ होगी
$12$
$0.75$
$15$
$6$
इस्पात के एक तार को उसकी लम्बाई से $1.1$ गुना खींचना है। तार का अनुप्रस्थ काट $1$ वर्ग सेमी है तथा यंग का गुणांक $2 \times {10^{11}}\,\,N{m^{ - 2}}$ है, इसके लिए बल की आवश्यकता होगी
$CGS$ प्रणाली में स्टील का यंग प्रत्यास्थता गुणांक $2 \times {10^{12}}$ है। एक इकाई अनुप्रस्थ काट के स्टील के तार की किसी लम्बाई को दोगुनी करने के लिये निम्न बल की आवश्यकता है
एक तार में $1mm$ का प्रसार होता है जब इस पर बल लगाया जाता है। एक समान पदार्थ एवं लम्बाई के अन्य तार पर जिसकी त्रिज्या पहले वाले तार से आधी है, पहले तार से दो गुना बल आरोपित किया जाता है, तो ($mm$ में) लम्बाई में वृद्धि होगी
एक ही पदार्थ के दो $4$ मी लम्बे तारों के व्यास का अनुपात $n : 1$ है। समान भार आरोपित करने पर पतले तार की लम्बाई में वृद्धि होती है
समान पदार्थ के दो तार $A$ तथा $B$ हैं। उनकी लम्बाईयाँ $1 : 2$ एवं व्यास $2 : 1$ के अनुपात में हैं। जब इन्हें क्रमश: ${F_A}$ व ${F_B}$ बल द्वारा खींचा जाता है तो इनकी लम्बाईयों में वृद्धि समान होती है। ${F_A}/{F_B}$ होना चाहिए