$^{215}At$ की अर्द्धआयु $100\mu\, s$है तो $^{215}At$ के प्रतिदर्श की रेडियो सक्रियता प्रारम्भिक मान की $1/16$ गुनी होने में लगा समय .......$\mu s$ है
$400$
$6.3$
$40$
$300$
एक प्रतिदर्श जिसमें दो पदार्थ $A$ तथा $B$; जिनकी अर्द्धआयु क्रमश: $4\,s$ तथा $8\,s$ क्रमशः है, प्रत्येक की $10^{-2}\,kg$ मात्रा है। उनके परमाणु भारो का अनुपात $1: 2$ है। $16 s$ पश्चात् $A$ तथा $B$ की मात्रा का अनुपात $\frac{x}{100}$ है तो $x$ का मान $........$ है।
जीवाश्मों की उम्र पता लगाने के लिए कार्बन डेटिंग विधि सर्वाधिक उपयुक्त है, यदि इनकी उम्र की कोटि है
रेडियम की अर्द्ध-आयु $1620$ वर्ष है तथा इसका परमाणु भार $226$ किलोग्राम प्रति किलो मोल है। इसके एक ग्राम के नमूने से प्रति सैकण्ड क्षय होने वाले परमाणुओं की संख्या होगी
(ऐवोगेड्रो संख्या $N = 6.02 \times {10^{26}}$ परमाणु/किलो मोल)
किसी रेडियोएक्टिव पदार्थ का $10\%$ क्षय $5$ दिन में होता है, तो $20 $ दिन पश्चात् प्रारम्भिक पदार्थ का शेष रहेगा लगभग.............$\%$
एक रेडिया सक्रिय विघटन श्रृंखला अभिक्रिया में ${ }_{90}^{230} Th$ नाभिक ${ }_{84}^{214} Po$ नाभिक में विघटित होता है। इस प्रक्रम में उत्सर्जित $\alpha$ व $\beta^{-}$कणों की संख्या का अनुपात होगा।