$\alpha$ -क्षयित हो रहे किसी रेडियोएक्टिव नमूने की अर्धायु $1.4 \times 10^{17}\, s$ है । यदि इस नमूने में नाभिकों की संख्या $2.0 \times 10^{21}$ है, तो इस नमूने की सक्रियता है, लगभग

  • [NEET 2020]
  • A

    $10^{3} \;Bq$

  • B

    $10^{4}\;Bq$

  • C

    $10^{5}\;Bq$

  • D

    $10^{6}\;Bq$

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एक ताजे काटे गये पेड़ की लकड़ी के टुकड़े से प्रति मिनट $20$ क्षय होते हैं। उसी आकार का लकड़ी का टुकड़ा एक म्यूजियम से प्राप्त होता हैं (जो कि लकड़ी कई वर्ष पुरानी कटी हुई है) जो कि प्रति मिनट $2$ क्षय दर्शाता है ; यदि $C ^{14}$ की अर्ध आयु 5730 वर्ष हैं, तब म्यूजियम से प्राप्त लकड़ी के टुकड़े की आयु हैं लगभग $\dots$

  • [JEE MAIN 2014]

रेडियम का क्षय नियतांक $\lambda $ है। उचित प्रक्रिया द्वारा इसका योैगिक रेडियम ब्रोमाइड प्राप्त किया जाता है। रेडियम ब्रोमाइड का क्षय नियतांक होगा

एक घोल की थोड़ी सी मात्रा एक व्यक्ति के रक्त में प्रवेश करा दी जाती है, इस घोल में उपस्थित रेडियो नाभिक $Na^{24}$ की सक्रियता $1$ माइक्रोक्यूरी है। $5$ घण्टे बाद व्यक्ति के शरीर से $1\, cm^3$ रक्त नमूने के तौर पर लिया जाता है, जिसकी सक्रियता $298$ विघटन प्रति मिनट है। व्यक्ति के शरीर में उपस्थित कुल रक्त का आयतन ............ लीटर है, माना कि रेडियोसक्रिय घोल रक्त में एक समान रूप से मिश्रित है

($1$ क्यूरी $= 3.7 \times 10^{10}$ विघटन/सैकेण्ड एवं ${e^{ - \lambda t}} = 0.7927;$ यहाँ $\lambda =$ विघटन नियतांक)

रेडॉन का अर्द्धआयुकाल $3.8$ दिन है। रेडॉन का तीन-चौथाई भाग कितने दिन में क्षय ........दिन होगा

एक रोगी के शरीर में रेडियोसक्रिय पदार्थ को प्रवेश कराके किसी विशेष स्थान पर एकत्रित कर लेते हैं। यह पदार्थ विद्युत-चुम्बकीय विकिरणों को उत्सर्जित करता है। इन विकिरणों को एक संसूचक (Detector) द्वारा विश्लेषित करते हैं। यह विधि किस जाँच (Diagonsis) उपकरण का आधार है

  • [AIIMS 2003]