$\alpha$ -क्षयित हो रहे किसी रेडियोएक्टिव नमूने की अर्धायु $1.4 \times 10^{17}\, s$ है । यदि इस नमूने में नाभिकों की संख्या $2.0 \times 10^{21}$ है, तो इस नमूने की सक्रियता है, लगभग
$10^{3} \;Bq$
$10^{4}\;Bq$
$10^{5}\;Bq$
$10^{6}\;Bq$
$^{215}At$ की अर्द्धआयु $100\mu\, s$है तो $^{215}At$ के प्रतिदर्श की रेडियो सक्रियता प्रारम्भिक मान की $1/16$ गुनी होने में लगा समय .......$\mu s$ है
निश्चित मात्रा के रेडियोसक्रिय तत्व के विघटन की दर को बढ़ाया जा सकता है
चित्र में $X-$ समय को एवं $Y$ एक रेडियोसक्रिय पदार्थ की सक्रियता को प्रदर्शित करते हैं। तब एक नमूने की सक्रियता किस वक्र के अनुरूप परिवर्ती है
एक गांव को विधुत ऊर्जा प्रदान करने वाले नाभिकीय संयंत्र में एक $T$ वर्ष अर्द्ध-आयु के रेडियोधर्मी पदार्थ को ईंधन के रूप में प्रयोग किया जा रहा है। प्रारम्भ में ईंधन की मात्रा इतनी है कि गाँव की सम्पूर्ण विधुत शक्ति की आवश्यकताऐं उस समय उपलब्ध विधुत शक्ति की $12.5 \%$ हैं। यदि यह संयंत्र गाँव की सम्पूर्ण ऊर्जा आवयश्यकताओं को अधिकतम $n T$ वर्षो के लिए पूरा कर सकता है। तब $n$ का मान है।
$8.0 mCi$ सक्रियता का रेडियोऐक्टिव स्तोत प्राप्त करने के लिए ${ }_{27}^{60} Co$ की कितनी मात्रा की आवश्यकता होगी? ${ }_{27}^{60} Co$ की अर्धायु $5.3$ वर्ष है।