$30$ वर्षो में यदि किसी रेडियोसक्रिय पदार्थ को सक्रियता अपने प्रारम्भिक मान से $1 / 16^{\text {th }}$ कम हो जाए तो उसकी अर्द्धायु $.........$ वर्ष होगी।
$9.5$
$8.5$
$7.5$
$10.5$
एक रेडियोसक्रिय पदार्थ की अर्द्धआयु $3.6$ दिन है $36$ दिन बाद इस पदार्थ के $20\, mg$ मात्रा में से कितना ............ $mg$ शेष बचेगा
एक घोल की थोड़ी सी मात्रा एक व्यक्ति के रक्त में प्रवेश करा दी जाती है, इस घोल में उपस्थित रेडियो नाभिक $Na^{24}$ की सक्रियता $1$ माइक्रोक्यूरी है। $5$ घण्टे बाद व्यक्ति के शरीर से $1\, cm^3$ रक्त नमूने के तौर पर लिया जाता है, जिसकी सक्रियता $298$ विघटन प्रति मिनट है। व्यक्ति के शरीर में उपस्थित कुल रक्त का आयतन ............ लीटर है, माना कि रेडियोसक्रिय घोल रक्त में एक समान रूप से मिश्रित है
($1$ क्यूरी $= 3.7 \times 10^{10}$ विघटन/सैकेण्ड एवं ${e^{ - \lambda t}} = 0.7927;$ यहाँ $\lambda =$ विघटन नियतांक)
पोलोनियम का अर्द्ध-आयुकाल $140$ दिन है। कितने .........दिनों के पश्चात् $16$ ग्राम पोलोनियम केवल एक ग्राम रह जायेगा
एक रेडियो समस्थानिक का क्षय-नियतांक $\lambda$ है। यदि इसकी समय $t_{1}$ और $t_{2}$ पर सक्रियता क्रमश : $A_{1}$ और $A_{2}$ हो तो $\left(t_{1}-t_{2}\right)$ समयावधि में क्षयित नाभिकों की संख्या होगी
दिये गये एक क्षण, $t =0$ पर दो रेडियोधर्मी पदार्थों $A$ तथा $B$, की सक्रियता बराबर है। समय $t$ के पश्चत्, इनकी सक्रियता का अनुपात $\frac{ R _{ B }}{ R _{ A }}$ समय $t$ के साथ $e ^{-3 t }$ के अनुसार घटता है। यदि $A$ की अर्धआयु $\ln 2$ है, तो $B$ की अर्धआयु होगी।