पोलोनियम का अर्द्ध-आयुकाल $140$ दिन है। कितने .........दिनों के पश्चात् $16$ ग्राम पोलोनियम केवल एक ग्राम रह जायेगा
$700$
$280$
$560$
$420$
जीवाश्मों की उम्र पता लगाने के लिए कार्बन डेटिंग विधि सर्वाधिक उपयुक्त है, यदि इनकी उम्र की कोटि है
दो रेडियोधर्मी पदार्थो $A$ तथा $B$ के क्षय नियतांक, क्रमशः $5 \lambda$ तथा $\lambda$ है। $t =0$ पर एक नमूने में इन दो नाभिकों की बराबर संख्या है। नाभिकों की संख्या का अनुपात $\left(\frac{1}{ e }\right)^{2}$ होने में लगे समय का मान होगा।
तीन रेडियोधर्मी पदार्थो $A , B$ तथा $C$ की सक्रियता को दिये गये चित्र में क्रमश : वक्र $A , B$ तथा $C$ से दिखाया गया है। इन पदार्थो की अर्ध आयुओं का अनुपात, $T _{\frac{1}{2}}( A ): T _{\frac{1}{2}}( B ): T _{\frac{1}{2}}( C )$, होगा :
किसी रेडियोऐक्टिव पदार्थ का अर्द्धायु $\mathrm{T}$ है। इसके वास्तविक द्रव्यमान के $\frac{7}{8}$ th भाग को विघटित होने में लगा समय होगा:
किसी रेडियोधर्मी तत्व का क्षय नियतांक $1.5 \times {10^{ - 9}}$ प्रति सैकण्ड है। इसकी औसत आयु सैकण्डों में होगी