दीर्घवृत्त $\frac{{{x^2}}}{{{a^2}}} + \frac{{{y^2}}}{{{b^2}}} = 1$ के अक्ष तथा स्पश्री के मध्य खींची गयी रेखा के मध्य बिन्दु का बिन्दुपथ होगा
$\frac{{{a^2}}}{{{x^2}}} + \frac{{{b^2}}}{{{y^2}}} = 1$
$\frac{{{a^2}}}{{{x^2}}} + \frac{{{b^2}}}{{{y^2}}} = 2$
$\frac{{{a^2}}}{{{x^2}}} + \frac{{{b^2}}}{{{y^2}}} = 3$
$\frac{{{a^2}}}{{{x^2}}} + \frac{{{b^2}}}{{{y^2}}} = 4$
एक दीर्घवृत्त एक गोल धागे से बनाया जाता है जो दो पिनों के ऊपर से होकर गुजरता है । यदि इस प्रकार बने दीर्घवृत्त के अक्ष क्रमश: $6$ सेमी व $4$ सेमी हों, तो धागे की लम्बाई और पिनों के बीच की दूरी सेमी में क्रमश: होगी
दीर्घवृत्त में नाभियों और शीर्षों के निर्देशांक, दीर्घ और लघु अक्ष की लंबाइयाँ, उत्केंद्रता तथा नाभिलंब जीवा की लंबाई ज्ञात कीजिए
$\frac{x^{2}}{4}+\frac{y^{2}}{25}=1$
दीर्घवृत्त $2{x^2} + 5{y^2} = 20$ के सापेक्ष बिन्दु $(4, -3)$ की स्थिति है
यदि दीर्घवृत्त के लघु अक्ष की लम्बाई, इसकी नाभियों के बीच की दूरी की आधी है, तो इस दीर्घवत्त की उत्केन्द्रता है :
दीर्घवृत्त $\frac{{{x^2}}}{{{a^2}}} + \frac{{{y^2}}}{{{b^2}}} = 1$ की परस्पर लम्ब स्पर्श रेखाओं के प्रतिच्छेद बिन्दु का बिन्दुपथ होगा