अतिपरवलय, $16 x ^{2}-9 y ^{2}+32 x +36 y -164=0$ पर किसी बिंदु $P$ तथा इसकी नाभियों से बने त्रिभुज के केन्द्रक का बिन्दुपथ है

  • [JEE MAIN 2021]
  • A

    $9 x^{2}-16 y^{2}+36 x+32 y-36=0$

  • B

    $16 x^{2}-9 y^{2}+32 x+36 y-36=0$

  • C

    $16 x^{2}-9 y^{2}+32 x+36 y-144=0$

  • D

    $9 x^{2}-16 y^{2}+36 x+32 y-144=0$

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उस अतिपरवलय का समीकरण जिसकी उत्केन्द्रता $2$ तथा नाभियों के बीच की दूरी $8$ है, है

यदि ${m_1}$ व ${m_2}$ अतिपरवलय $\frac{{{x^2}}}{{25}} - \frac{{{y^2}}}{{16}} = 1$ की स्पर्श रेखाओं की प्रवणतायें हों, जो बिन्दु $(6, 2)$ से गुजरती हैं, तो

वक्र $xy = {c^2}$ प्रदर्शित करता है  

माना रेखा $L : y = mx + c , m > 0$ के अनुदिश परवलय $P : y ^2=4 x$ की नाभिलंब जीवा परवलय को बिन्दुओं $M$ तथा $N$ पर मिलती हैं माना रेखा $L$ अतिपरवलय $H : x ^2- y ^2=4$ की एक स्पर्श रेखा है। यदि $P$ का शीर्ष $O$ है तथा $H$ की धनात्मक $x$-अक्ष पर नाभि $F$ है, तो $OMFN$ का क्षेत्रफल है:

  • [JEE MAIN 2022]

माना $\mathrm{H}_{\mathrm{n}}=\frac{\mathrm{x}^2}{1+\mathrm{n}}-\frac{\mathrm{y}^2}{3+\mathrm{n}}=1, \mathrm{n} \in \mathrm{N}$ हैं। माना $\mathrm{k}$, $\mathrm{n}$ का वह न्यूनतम सम मान है जिसके लिए $\mathrm{H}_{\mathrm{k}}$ की उत्केन्द्रता एक परिमेय संख्या है। यदि $\mathrm{H}_k$ की नाभिलंब जीवा की लंबाई $l$ है, तो $21 l$ बराबर __________है।

  • [JEE MAIN 2023]