किसी नाभिक की द्रव्यमान संख्या बराबर होती है
उसमें अंतर्विष्ट इलेक्ट्रॉनों के
उसमें अंतर्विष्ट प्रोटॉनों के
उसमें अंतर्विष्ट न्यूट्रॉनों के
उसमें अंतर्विष्ट न्यूक्लिआनों के
नाभिकीय अभिक्रिया में संरक्षित रहता है
$64$ द्रव्यमान संख्या के एक पर परमाण्वीय नाभिक की त्रिज्या $4.8$ फर्मी है। तब $4 $फर्मी त्रिज्या के दूसरे नाभिक की द्रव्यमान संख्या $\frac{1000}{\mathrm{x}}$ है जहाँ $\mathrm{x}$. . . . . . . . . . .है।
नाभिक में अन्दर प्रोटॉन तथा प्रोटॉन के बीच कार्यरत बल है
नाभिकीय अभिक्रिया में संरक्षित रहता है
निम्नलिखित में से कौनसा समस्थानिक साधारणत: विखण्डनीय है