$64$ द्रव्यमान संख्या के एक पर परमाण्वीय नाभिक की त्रिज्या $4.8$ फर्मी है। तब $4 $फर्मी त्रिज्या के दूसरे नाभिक की द्रव्यमान संख्या $\frac{1000}{\mathrm{x}}$ है जहाँ $\mathrm{x}$. . . . . . . . . . .है।
$27$
$28$
$29$
$30$
$\alpha - $ कण का द्रव्यमान होता है
$\pi $ मीसॉन हो सकता है
समस्थानिकों ${U^{235}}$ एवं ${U^{238}}$ के सम्बन्ध में सत्य कथन है
दो प्रोटॉन एक दूसरे पर नाभिकीय बल लगाते हैं। इनके मध्य दूरी है
यूरेनियम नाभिक के घनत्व की कोटि है $({m_p} = 1.67 \times {10^{ - 27}}kg)$