एक दुर्वल अम्ल $HX (0.01 M )$ के विलयन की मोलर चालकता (molar conductivity) एक दूसरे दुर्वल अम्ल $HY$ $(0.10 M )$ के विलयन की मोलर चालकता से $10$ गुना कम है। यदि $\lambda_{ X ^{-}}^0 \approx \lambda_{ Y ^{-}}^0$, तब इनके $pK _{ a }$ का अन्तर, $pK _{ a }( HX )- pK _{ a }( HY )$, है (दोनों अम्लों के आयनीकरण की मात्रा (degree of ionization) << $1$)
$1$
$2$
$3$
$4$
$0.1\,M\,N{H_3}$ विलयन की $pH$ होगी
$0.1\,N\,\,C{H_3}COOH$ की वियोजन की कोटि है (वियोजन स्थिरांक $ = 1 \times {10^{ - 5}}$)
यदि $0.1\,N$ एसीटिक अम्ल का विलयन $30\%$ विघटित होता है, तो उसका हाइड्रोजन आयन सान्द्रण होगा
$0.2\, M\, NH _{4} Cl$ तथा $0.1\, M\, NH _{3}$ के मिश्रण से बने विलयन के $pH$ की गणना कीजिए। $NH _{3}$ विलयन की $pK _{ b }=4.75$ है।
यदि साइनिक अम्ल $(HCNO)$ के $0.1\, M$ विलयन की $pH , 2.34$ हो, तो अम्ल के आयनन स्थिरांक
तथा आयनन की मात्रा ज्ञात कीजिए।