नाभिक $^{131}I$ रेडियोएक्टिव है, जिसकी अर्द्धआयु $8.04$ दिन है $1$ जनवरी को दोपहर में एक निश्चित नमूने की सक्रियता $60089$ है। $24$ जनवरी को दोपहर में नमूने की सक्रियता होगी
$75\, Bq$
$75\, Bq$ से कम
$75\, Bq$ से अधिक
$150\, Bq$
एक रेडियोसक्रिय पदार्थ की सक्रियता $A$ एवं सक्रिय परमाणुओं की संख्या $N$ के बीच सही वक्र है
एक रेडियोएक्टिव नाभिक- $A$ जिसकी अर्द्ध -आयु $T$ है, का क्षय एक नाभिक- $B$ में होता है। समय $t=0$ पर कोई भी नाभिक- $B$ नहीं है। एक समय $t$ पर नाभिकों $B$ तथा $A$ की संख्या का अनुपात $0.3$ है तो $t$ का मान होगा:
दो रेडियोधर्मी पदार्थो $A$ तथा $B$ के क्षय नियतांक, क्रमशः $5 \lambda$ तथा $\lambda$ है। $t =0$ पर एक नमूने में इन दो नाभिकों की बराबर संख्या है। नाभिकों की संख्या का अनुपात $\left(\frac{1}{ e }\right)^{2}$ होने में लगे समय का मान होगा।
दो रेडियोधर्मी पदार्थो $A$ और $B$ के क्षय नियतांक क्रमश: $5 \lambda$ और $\lambda$ हैं। समय $t =0$ पर उनके नाभिकों की संख्याएँ समान हैं। किस समय अन्तराल के पश्चात $A$ और $B$ की संख्याओं का अनुपात $(1 / e )^{2}$ होगा?
एक रेडियो एक्टिव नाभिक का क्षय दो विभिन्न प्रक्रम में होता है। प्रथम प्रक्रम की अर्द्ध आयु $5$ मिनट तथा दूसरे प्रक्रम की अर्द्धआयु $30$ से. है। नाभिक की प्रभावी अर्द्धआयु की गणना $\frac{\alpha}{11}$ से. की गयी है। $\alpha$ का मान______________ है।