किसी $0.1\,m$ त्रिज्या के गोलीय चालक के पृष्ठ पर $0.036\, N/C$ का विद्युत क्षेत्र उत्पन करने के लिए इस पर रखे गये इलेक्ट्रोनों की संख्या है
$2.7 \times {10^5}$
$2.6 \times {10^5}$
$2.5 \times {10^5}$
$2.4 \times {10^5}$
एक समान आवेशित दीवार $2 \times 10^4 \mathrm{~N} / \mathrm{C}$ का लम्बवत एक समान वैद्युत क्षेत्र प्रदान करता है। $2$ ग्राम द्रव्यमान का एक आवेशित कण $20$ सेमी. लम्बे एक सिल्क के धागे से लटका है तथा यह दीवार से $10$ सेमी. की दूरी पर ठहरा है। कण पर आवेश $\frac{1}{\sqrt{\mathrm{x}}} \mu \mathrm{C}$ होगा जहाँ $\mathrm{x}=$. . . . . . . . . .[दिया है $g=10 \mathrm{~m} / \mathrm{s}^2$ ]
निम्न चित्र में बिन्दु $A$ से कितनी.........सेमी दूरी पर विद्युत क्षेत्र शून्य है
दो बिंदु आवेश $q_{\Lambda}=3 \mu C$ तथा $q _{ B }=-3 \mu C$ निर्वात में एक-दूसरे से $20\, cm$ दूरी पर स्थित हैं।
$(a)$ दोनों आवेशों को मिलाने वाली रेखा $AB$ के मध्य बिंदु $O$ पर विध्यूत क्षेत्र कितना है?
$(b)$ यद् $1.5 \times 10^{-9} C$ परिमाण का कोई ऋर्णात्मक परीक्षण आवेश इस बिंदु पर रखा जाए तो यह परीक्षण आवेश कितने बल का अनुभव करेगा?
ड्यूट्रॉन तथा $\alpha - $कण वायु में $1\,{\mathop A\limits^o }$ की दूरी पर हैं। ड्यूट्रॉन के कारण $\alpha - $ कण पर कार्य करने वाली विद्युत क्षेत्र की तीव्रता का परिमाण होगा
हाइड्रोजन परमाणु में प्रोटॉन व इलेक्ट्रॉन के बीच की दूरी ${10^{ - 10}}$ मीटर है। इन दोनों पर आवेश का परिमाण $1.6 \times {10^{ - 19}}\,C$ है। प्रोटॉन के कारण इलेक्ट्रॉन पर उत्पé विद्युत क्षेत्र की तीव्रता का मान होगा