सोडियम धातु के पृष्ठ से उत्सर्जित सभी प्रकाशीय इलेक्ट्रॉन हैं
समान आवृत्ति के
समान गतिज ऊर्जा के
समान डी-ब्रोग्ली तरंगदैध्र्य के
उन सभी की गति शून्य से एक निश्चित महत्तम तक बदलती है
$50 cm$ दूर रखे किसी बिन्दु स्त्रोत के द्वारा एक सीजियम सेल को प्रदीप्त किया जाता है। इस सेल के सिरों पर $60 V$ का विभवान्तर है। जब वही प्रकाश स्रोत $1m$ दूर रखा जाये तो सेल से उत्सर्जित फोटो इलेक्ट्रॉन
प्रकाश वैद्युत सेल एक युक्ति है
$200 \;W$ का सोडियम स्ट्रीट लैंप तरंगदैर्ध्य $0.6\;\mu m$ के पीले प्रकाश का उत्सर्जन करता है। यह मानते हुए कि यह विद्युत ऊर्जा को प्रकाश में परिवर्तित करने में $25\%$ दक्ष है, प्रति सेकंड उत्सर्जित पीले प्रकाश के फोटॉनों की संख्या है
प्रकाश विद्युत प्रयोग में निम्न में से क्या आपतित विकिरणों की तीव्रता पर निर्भर करता है
फोटो सेल का उपयोग होता है