मूल बिन्दु से $t=0$ पर प्रक्षेपित एक प्रक्षेप की स्थिति $t =2 \; s$ पर $\overrightarrow{ r }=(40 \hat{i}+50 \hat{j})\; m$ से दी जाती है। यदि प्रक्षेप क्षैतिज से $\theta$ कोण पर प्रक्षेपित किया गया था, तब $\theta$ है ( $g =10\; ms ^{-2}$ लें).

  • [JEE MAIN 2014]
  • A

    ${\tan ^{ - 1}}\frac{2}{3}$

  • B

    ${\tan ^{ - 1}}\frac{3}{2}$

  • C

    ${\tan ^{ - 1}}\frac{7}{4}$

  • D

    ${\tan ^{ - 1}}\frac{4}{5}$

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एक पिण्ड हवा में $\theta$ कोण पर प्रारम्भिक वेग $u$ से प्रक्षेपित किया जाता है। प्रक्षेपण गति इस प्रकार है कि तय की गई अधिकतम क्षैतिज दूरी $R$ है। किसी दूसरे पिण्ड को हवा में पहले से आधी क्षैतिज दूरी के लिए प्रक्षेपित किया जाता है। दोनों ही परिस्थितियों में प्रारम्भिक वेग समान है। दूसरे पिण्ड का प्रक्षेपण कोण मान, जिस पर वह प्रक्षेपित किया गया, डिग्री $..........$ होगा।

  • [JEE MAIN 2022]

एक गेंद किसी मीनार के शिखर से क्षैतिज से ${30^o}$ कोण पर $50\,\,m{s^{ - 1}}$ के वेग से ऊपर की ओर फेंकी जाती है। मीनार की ऊँचाई $70 \,m$ है। गेंद फेंकने के ....... $(\sec)$ क्षणों पश्चात् गेंद जमीन पर पहुँचेगी

एक प्रक्षेप्य को पृथ्वी की सतह से $5$ मी/से के वेग से क्षैतिज दिशा से $\theta$ कोण पर छोड़ा जाता है। किसी अन्य ग्रह से $3$ मी/से के वेग तथा इसी कोण $(\theta)$ पर छोड़े गये एक प्रक्षेप्य का प्रक्षेप पथ, पृथ्वी से छोड़े गये प्रक्षेप्य के प्रक्षेप पथ के सर्वसम (सर्वथा समान) है। यदि पृथ्वी पर $g =9.8$ मी/से$^2$ है तो, इस ग्रह पर गुरुत्वीय त्वरण का मान मी/से $^{2}$ में होगा।

  • [AIPMT 2014]

किसी प्रक्षेप्य के लिए प्रक्षेपण कोणों $\left(45^{\circ}-\theta\right)$ और $\left(45^{\circ}\right.+ \theta)$ पर, इनके द्वारा तय की गई क्षतिज परास का अनुपात है

  • [AIPMT 2006]

$45°$ के प्रक्षेपण कोण के लिये किसी दिये गये वेग से प्रक्षेपित वस्तु की परास अधिकतम होती है। यह परास न्यूनतम होगी यदि प्रक्षेपण कोण ......... $^o$ है