$3d-$इलेक्ट्रॉन के लिए सम्भव क्वांटम संख्या है
$n = 3,\,l = 1,\,{m_l} = + 1,\,{m_s} = - \frac{1}{2}$
$n = 3,\,l = 2,\,{m_l} = + 2,\,{m_s} = - \frac{1}{2}$
$n = 3,\,l = 1,\,{m_l} = - 1,\,{m_s} = + \frac{1}{2}$
$n = 3,\,l = 0,\,{m_l} = + 1,\,{m_s} = - \frac{1}{2}$
हाइड्रोजन परमाणु के बोहर मॉडल के संदर्भ में निम्न में कौनसे कथन सत्य है
$(I)$ इलेक्ट्रॉन की कक्षीय त्रिज्या घटती है यदि यह नाभिक से दूर असतत कक्षाओं में स्थानान्तरित होता है तो
$(II)$ इलेक्ट्रॉन की दी गई कक्षाओं की त्रिज्या मुख्य क्वाण्टम संख्या के समानुपाती होता है
$(III)$ नाभिक के चारों ओर असतत कक्षाओं में इलेक्ट्रॉन कक्ष की आवृत्ति मुख्य क्वाण्टम संख्या के समानुपाती होती है
$(IV)$ इलेक्ट्रॉन जिस बंधक बल से नाभिक से जुड़ा होता है उसका मान बाहरी कक्षाओं की ओर जाने पर बढ़ता है
जब इलेक्ट्रॉनों को त्वरित करने वाले विभवान्तर को एक क्रांतिक मान से अधिक मान तक बढ़ाया जाता है, तो
गाइगर-मार्सडन प्रयोग में $7.7 \,MeV$ के किसी ऐल्फा कण की स्वर्ण-नाभिक से क्षण भर के लिए विरामावस्था में आने से पहले तथा दिशा प्रतिलोमन से पूर्व समीपतम दूरी क्या है?
यदि प्रकृति में मुख्य क्वाण्टम संख्या $n > 4$ तत्व नहीं होते, तो संभव तत्वों की संख्या होती
रदरफोर्ड का $\alpha$-प्रकीर्णन प्रयोग दर्शाता है कि परमाणु में होता है