किसी स्प्रिंग,जिसके मुक्त सिरे से एक गुटका जुड़ा हुआ है,का प्रत्यानयन बल निम्न के द्वारा निरुपित है:
$10\,kg$ के एक द्रव्यमान को एक $5\,m$ लम्बी रस्सी से छत से ऊर्ध्वाधर लटकाया गया है। रस्सी के मध्य बिन्दु पर एक $30\,N$ का बल क्षैतिज दिशा में आरोपित किया जाता है। रस्सी के ऊपरी हिस्से का ऊर्ध्वाधर के साथ बनाया गया कोण $\theta=\tan ^{-1}$ $\left( x \times 10^{-1}\right)$ है। $x$ का मान होगा।
(दिया है : $g =10\,m / s ^2$ )
द्रव्यमान $M$ व $m$ के पिण्ड एक भारहीन डोरी द्वारा बँधे हुये हैं, तथा एक बल $F$ द्वारा घर्षणरहित तल पर खींचे जाते हैं। द्रव्यमान $m$ का त्वरण होगा
$R$ त्रिज्या की एक फुटबॉल को क्षैतिज रूप से रखे हुए एक तख्ते पर निर्मित $r ( r < R )$ त्रिज्या के एक छिद्र पर रखा गया है। तख्ते के एक सिरे को अब इस प्रकार ऊपर उठाया जाता है कि यह नीचे चित्र में दर्शाये अनुसार क्षैतिज से $\theta$ कोण निर्मित करते हुए मुड़ जाता है। फुटबाल के तख्ते पर नीचे की ओर फिसलना प्रारम्भ नहीं करने के लिए $\theta$ का अधिकतम मान किसे सन्तुष्ट करता है ? (रेखाचित्र सांकेतिक है।)
$5.6\, kg$ संहति के किसी पिण्ड को छत से $2 \,m$ लंबाई की डोरी द्वारा लटकाया गया है । डोरी के मध्य-बिंदु पर चित्र में दर्शाए अनुसार क्षेतिज दिशा में $50\, N$ बल लगाया जाता है । साम्यावस्था में डोरी ऊर्ध्वाधर से कितना कोण बनाती है ? ( $g=10 \,ms ^{-2}$ लीजिए )। डोरी की संहति को नगण्य मानिए ।
किसी मेज पर एक-एक रुपये के दस सिक्कों को एक के ऊपर एक करके रखा गया है। प्रत्येक सिक्के की संहति $m$ है। निम्नलिखित प्रत्येक स्थिति में बल का परिमाण एवं दिशा लिखिए:
$(a)$ सातवें सिक्के (नीचे से गिनने पर) पर उसके ऊपर रखे सभी सिक्कों के कारण बल,
$(b)$ सातवें सिक्के पर आठवें सिक्के द्वारा आरोपित बल, तथा
$(c)$ छठे सिक्के की सातवें सिक्के पर प्रतिक्रिया।