किसी प्रक्षेप्य का प्रारंभिक बिन्दु $A$ पर वेग $(2 \hat{i}+3 \hat{j})$ $m / s .$ है, तो इसका बिन्दु $B$ पर वेग $( m / s$ में) होगा
$\;\left( { - 2\hat i - 3\hat j} \right)$
$\;\left( { - 2\hat i + 3\hat j} \right)$
$\;\left( {2\hat i - 3\hat j} \right)$
$\;\left( {2\hat i + 3\hat j} \right)$
दो प्रक्षेप्य $\mathrm{A}$ व $\mathrm{B}$ को क्षैतिज से $30^{\circ}$ व $60^{\circ}$ के कोण पर क्रमशः $40 \mathrm{~m} / \mathrm{s}$ व $60 \mathrm{~m} / \mathrm{s}$ प्रारम्भिक वेगों से प्रक्षेपित किया जाता है। उनके क्रमशः परासों का अनुपात है $\left(\mathrm{g}=10 \mathrm{~m} / \mathrm{s}^2\right)$
एक गेंद जिसकी गतिज ऊर्जा E है, क्षैतिज से $45°$ पर फेंकी जाती है। इसकी उड़ान के दौरान उच्चतम बिन्दु पर गतिज ऊर्जा होगी
एक क्रिकेटर एक गेंद को अधिकतम $100$ मीटर की क्षैतिज दूरी तक फेंक सकता है। गेंद का प्रक्षेपण वेग ......... $ms^{-1}$ (लगभग) होगा
एक पिण्ड $A$ जिसका द्रव्यमान $M$ है, वेग $v$ से क्षैतिज से $30^°$ के कोण पर प्रक्षेपित किया जाता है अन्य पिण्ड जिसका द्रव्यमान पहले पिण्ड के समान है, समान वेग से क्षैतिज से $60^°$ के कोण पर प्रक्षेपित किया जाता है। $A$ तथा $B$ की क्षैतिज परासों का अनुपात होगा