वायु में स्थित इकाई धन आवेश से निकलने वाले सम्पूर्ण विद्युत फ्लक्स का मान है
${\varepsilon _0}$
$\varepsilon _0^{ - 1}$
${(4p{\varepsilon _0})^{ - 1}}$
$4\pi {\varepsilon _0}$
एक आवेश $Q$ को एक घन के किनारे पर रखा जाता है। इसकी प्रत्येक फलक से निकलने वाला वैधुत फ्लक्स होगा :
आरेख में दर्शाए अनुसार कोई आवेश $'q'$ किसी घन के एक कोने पर स्थित है। विधुत क्षेत्र $\overrightarrow{ E }$ के छायांकित क्षेत्र से गुजरने वाला फ्लक्स होगा।
यदि एक आवेश $q$ को एक अचालक बंद अर्द्धगोलाकार सतह के केन्द्र पर रखा जाता है तो समतल सतह से गुजरने वाला कुल फ्लक्स होगा
चित्र में दर्शाए गए वक्रों में से कौन संभावित स्थिरवैध्यूत क्षेत्र रेखाएँ निरूपित नहीं करते?
किसी विद्युत क्षेत्र का व्यंजक $\overrightarrow{\mathrm{E}}=4000 x^2 \hat{\mathrm{i}} \frac{\mathrm{V}}{\mathrm{m}}$ है। $20 \mathrm{~cm}$ भुजा वाले घन से गुजरने वाला वैद्युत फ्लक्स (चित्र में दर्शाये अनुसार)____________ $\mathrm{V} \mathrm{cm}$ है।