चित्रानुसार दो भिन्न सतहों $A B$ व $C D$ पर समान वृत्ताकार चक्रिकाएं (डिस्क) $A$ तथा $C$ से क्रमशः $v_1$ तथा $v_2$ प्रारम्भिक रेखीय वेगों से बिना फिसलते हुए लुढ़कना शूरू करती हैं तथा सदैव सतहों के संपर्क में रहती है। यदि $B$ तथा $D$ बिन्दुओं पर पहुँचकर दोनों चक्रिकाओं के रेखीय वेग बराबर हैं तथा $v _1=3 m / s$ है, तब $m / s$ में $v _2$ का मान है। $\left( g =10 m / s ^2\right)$
$5$
$6$
$7$
$8$
$12$ किग्रा द्रव्यमान का एक बम दो भागों में विभक्त हो जाता है, इनके द्रव्यमानों का अनुपात $1 : 3$ है। यदि छोटे भाग की गतिज ऊर्जा $216$ जूल हो, तो बड़े भाग का रेखीय संवेग किग्रा-मी/सैकण्ड में होगा
$R$ त्रिज्या के वृत्तीय मार्ग पर गति करते हुए कण की गतिज ऊर्जा $K$, इसके द्वारा तय की गई दूरी $s$ पर $K = a{s^2}$ के अनुसार निर्भर करती है, जहाँ $a $ अचर है। कण पर कार्य करने वाला बल है
दिए हुए चार कणों के संवेग समान हैं, तो किस कण की गतिज ऊर्जा अधिकतम होगी
$m$ द्रव्यमान के एक स्थिर कण पर $t $ समय तक बल $P$ लगाया जा रहा है। t समय-अन्तराल पश्चात् इसकी गतिज ऊर्जा होगी
$M$ द्रव्यमान का कोई कण $R$ त्रिज्या के क्षैतिज वृत्त में एक समान चाल $V$ से गति कर रहा है। एक बिन्दु से प्रारंभ कर व्यास के विपरीत बिन्दु पर पहुँचने पर, इसकी