द्रव्यमान $M$ व $m$ के पिण्ड एक भारहीन डोरी द्वारा बँधे हुये हैं, तथा एक बल $F$ द्वारा घर्षणरहित तल पर खींचे जाते हैं। द्रव्यमान $m$ का त्वरण होगा
$\frac{F}{m}$
$\frac{{F - T}}{m}$
$\frac{{F + T}}{m}$
$\frac{F}{M}$
किसी स्प्रिंग,जिसके मुक्त सिरे से एक गुटका जुड़ा हुआ है,का प्रत्यानयन बल निम्न के द्वारा निरुपित है:
छत से $10\, kg$ के एक द्रव्यमान को एक रस्सी से ऊर्ध्वाधर लटकाया गया $9$ रस्सी के किसी बिन्दु पर एक क्षैतिज बल लगाने से रस्सी छत वाले बिन्दु पर $45^{\circ}$ कोण से विचलित हो जाती है। यदि लटका हुआ द्रव्यमान साम्यावस्था में है तो लगाये गये बल का मान $.....\,N$ होगा।
(दिया है : $g =10 \,ms ^{-2}$ )
$0.1\, kg$ संहति के पत्थर पर कार्यरत नेट बल का परिमाण व उसकी दिशा निम्नलिखित परिस्थितियों में ज्ञात कीजिए
$(a)$ पत्थर को स्थिर रेलगाड़ी की खिड़की से गिराने के तुरंत पश्चात्,
$(b)$ पत्थर को $36\, km h ^{-1}$ के एकसमान वेग से गतिशील किसी रेलगाड़ी की खिड़की से गिराने के तुरंत पश्चात्,
$(c)$ पत्थर को $1\, m s ^{-2}$ के त्वरण से गतिशील किसी रेलगाड़ी की खिड़की से गिराने के तुरंत पश्चात्,
$(d)$ पत्थर $1\, m s ^{-2}$ के त्वरण से गतिशील किसी रेलगाड़ी के फर्श पर पड़ा है तथा वह रेलगाड़ी के सापेक्ष विराम में है।
उपरोक्त सभी स्थितियों में वायु का प्रतिरोध उपेक्षणीय मानिए।
चित्रानुसार एक फ्रेम पर विचार कीजिए जो दो द्रव्यमानहीन और पतली छड़ों $AB$ और $AC$ से निर्मित है। इस फ्रेम के बिन्दु $A$ पर $100\; N$ परिमाण का कोई ऊर्ध्व बल $\overrightarrow{ P }$ आरोपित किया गया है।
माना कि बल $\overrightarrow{ P }$ को फ्रेम की भुजा $AB$ और $AC$ के समांतर वियोजित किया गया है। भुजा $AC$ के अनुदिश वियोजित घटक का परिमाण $xN$ है।
यहाँ $x$ का मान निकटतम पूर्णांक में $\dots$ होगा।
[दिया है : $\sin \left(35^{\circ}\right)=0.573, \cos \left(35^{\circ}\right)=0.819$ $\sin \left(110^{\circ}\right)=0.939, \cos \left(110^{\circ}\right)=-0.342$ ]