दो तारों $W_{1}$ तथा $W_{2}$ की समान त्रिज्या $r$ है तथा घनत्व क्रमशः $\rho_{1}$ और $\rho_{2}$ इस प्रकार हैं कि $\rho_{2}=4 \rho_{1}$ । चित्रानुसार इन तारों को बिन्दु $O$ पर जोड़ा गया है। इस संयोजन को सोनोमीटर के तार के रूप में प्रयोग करते हैं और इसे तनाव $T$ पर रखते हैं। बिन्दु $O$, दोनों सेतुओं के मध्य में हैं। इस संयुक्त तार में एक अप्रगामी तरंग उत्पत्र की जाती हैं तो जोड़ पर निस्पंद (node) बनता है। $W_{1}$ व $W_{2}$ तारों में बने प्रस्पंदों (antinode) की संख्या का अनुपात होगा

821-836

  • [JEE MAIN 2017]
  • A

    $1:1$

  • B

    $1 : 2$

  • C

    $1 : 3$

  • D

    $4 : 1$

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रेखीय घनत्व $9.0 \times 10^{-4} \;kg / m$ वाला एक तार दो दढ़ आधारों के बीच $900 \;N$ तनाव से खींचा जाता है। तार $500\; Hz$ आवत्ति पर अनुनादित होता है। अगली उच्च आवत्ति जिस पर वही तार अनुनादित करता है, $550\; Hz$ है। तार की लम्बाई मीटर है।

  • [JEE MAIN 2021]

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  • [JEE MAIN 2019]

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