दो तार स्वरैक्य में हैं। इनमें से एक तार का तनाव $2 \%$ बढ़ाने पर प्रति सैकण्ड $5$ विस्पंद उत्पन्न होते हैं। प्रत्येक तार की मूल आवृत्ति .... $Hz$ है

  • A

    $200$

  • B

    $400$

  • C

    $500$

  • D

    $1000$

Similar Questions

दो सर्वसम सोनोमीटर के तारों की मूल आवृत्ति $500\, Hz$ है व इनमें तनाव समान है। इनमें से किसी एक तार के तनाव में कितने प्रतिशत वृद्धि की जाये कि दोनों को साथ-साथ बजाने पर इनसे  $5$ विस्पंद/सैकण्ड उत्पन्न ... $\%$ हों

किसी लम्बी बेलनाकार नली के एक सिरे के नजदीक $n$ आवृत्ति उत्पन्न करने वाला एक कम्पित स्वरित्र रखा है नली चित्र में दिखाये अनुसार पाश्र्व से भी खुली है एवं इसमें एक चलित परावर्तक पिस्टन लगा हुआ है। यदि पिस्टन $8.75 cm$ दूरी चलता है, ध्वनि की तीव्रता अधिकतम से न्यूनतम तक बदलती है यदि ध्वनि की चाल $350 m/s$ है तब $n$ का मान होगा  .... $Hz$

स्थायी सिरों के बीच एक सोनोमापी तार की कुल लम्बाई $110 \;cm$ हैं। इसकी लम्बाई को अनुपात $6: 3: 2$ में विभाजित करने के लिये दो सेतु रखे गये हैं। तार में तनाव $400\; N$ हैं और प्रति इकाई लम्बाई, द्रव्यमान $0.01 \;kg / m$ हैं। वह न्यूनतम उभयनिष्ठ आवृत्ति, जिससे कि तीनों भाग कम्पन कर सकेंगें, हैं

  • [JEE MAIN 2014]

दो पूर्णत: एकसमान तार स्वरैक्य में हैं। यदि एक तार में तनाव $ 1\%$ से बढ़ाकर दोनों तारों को एकसाथ बजाने पर $2 \,sec$ में $3$ विस्पंद सुनाई देते है। प्रत्येक तार की प्रारम्भिक आवृत्ति  .... ${\sec ^{ - 1}}$ होगी

किसी सोनोमीटर के तार की आवृत्ति $n$ है। यदि तार का तनाव चार गुना एवं इसकी लम्बाई को दो गुना कर दिया जाए तो नई आवृत्ति होगी