जब एक $4$ किलोग्राम संहति के पिण्ड को एक हल्की स्प्रिंग से ऊध्र्वाधर स्थिति में लटकाया जाता है, तो ​स्प्रिंग सेमी तनकर बढ़ जाती है। स्प्रिंग हुक के नियम को मानती है। एक बाह्य कारक द्वारा इस स्प्रिंग को $5$ सेमी तानकर बढ़ाने में किया गया कार्य ....... $joule$ होगा

$(g = 9.8$ मीटर/सैकण्ड ${^2}$$)$

  • A

    $4.90$

  • B

    $2.45$

  • C

    $0.495$

  • D

    $0.245 $

Similar Questions

जब किसी पिण्ड में प्रत्यास्थता की सीमा के भीतर विकृति उत्पन्न होती है, तो उसकी आन्तरिक ऊर्जा

यदि स्प्रिंग को खींचने पर उसकी लम्बाई में वृद्धि $x$ हो तब उसमें संचित ऊर्जा होगी (यदि $T$ स्प्रिंग में तनाव तथा $k$ स्प्रिंगका स्प्रिंग नियतांक है)

  • [AIIMS 1997]

एक तार को खींचने पर प्रति इकाई आयतन में संचित प्रत्यास्थ ऊर्जा है

एक  छड़ की लम्बाई $20$ सेमी  तथा अनुप्रस्थ काट का क्षेत्रफल $2$ सेमी$^2$ है। छड़ के पदार्थ का यंग मापांक $1.4 \times {10^{11}}$ न्यूटन/ मीटर$^2$ है। इस छड़ को लम्बाई के अनुदिश $5$ किलो भार से संपीडित किया जाता है, तो छड़ की ऊर्जा में वृद्धि होगी (जूल में)

गरम करने पर ठोस फैलता है क्योंकि

  • [KVPY 2014]