जब काँच की छड़ को रेशम के टुकड़े से रगड़ते हैं तो दोनों पर आवेश आ जाता है। इसी प्रकार की परिघटना का वस्तुओं के अन्य युग्मों में भी प्रेक्षण किया जाता है। स्पष्ट कीजिए कि यह प्रेक्षण आवेश संरक्षण नियम से किस प्रकार सामंजस्य रखता है।
Rubbing produces charges of equal magnitude but of opposite nature on the two bodies because charges are created in pairs. This phenomenon of charging is called charging by friction. The net charge on the system of two rubbed bodies is zero. This is because equal amount of opposite charges annihilate each other. When a glass rod is rubbed with a silk cloth, opposite natured charges appear on both the bodies. This phenomenon is in consistence with the law of conservation of energy. A similar phenomenon is observed with many other pairs of bodies.
$\alpha $ - कण पर आवेश है
किसी वान डे ग्राफ के प्रकार के जनित्र में एक गोलीय धातु कोश $15 \times 10^{6} V$ का एक इलेक्ट्रोड बनाना है। इलेक्ट्रोड के परिवेश की गैस की परावैध्यूत सामथ्य $5 \times 10^{7} V m ^{-1}$ है। गोलीय कोश की आवश्यक न्यूनतम त्रिज्या क्या है? (इस अभ्यास से आपको यह ज्ञान होगा कि एक छोटे गोलीय कोश से आप स्थिरवैध्यूत जनित्र, जिसमें उच्च विभव प्राप्त करने के लिए कम आवेश की आवश्यकता होती है, नहीं बना सकते।)
पृथक्-पृथक् डोरियों से क्रमांक $1$ से $5$ तक अंकित गेंद लटकायी जाती हैं। युग्म $(1, 2)$, $(2, 4)$ तथा $(4, 1)$ परस्पर वैद्युत स्थैतिक आकर्षण बल दर्शाते हैं जबकि युग्म $(2, 3)$ और $(4, 5)$ प्रतिकर्षण दर्शाते हैं, तो गेंद क्रमांक $1$ होना चाहिये
$(a)$ सूखे बालों में कंधा बुमाने के बाद वह कागज्ञ के टुकड़ों को आकर्षित कर लेता है, क्यों? यदि बाल भीगे हों या वर्षा का दिन हो तो क्या होता है? [ ध्यान रहे कि कागज़ विध्यूत चालक नहीं है।]
$(b)$ साधारण रबर विध्यूतरोधी है। परंतु वायुयान के विशेष रबर के पहिए हलके चालक बनाए जाते हैं। यह क्यों आवश्यक है?
$(c)$ जो वाहन ज्वलनशील पदार्थ ले जाते हैं उनकी थातु की रस्सियाँ ( जंजीरें) वाहन के गतिमय होने पर धरती को छूती रहती हैं, क्यों?
$(d)$ एक चिड़िया एक उच्च शक्ति के खुले (अरक्षित) बिजली के तार पर बैठी है, और उसको कुछ नहीं होता। धरती पर खड़ा एक व्यक्ति उसी तार को छूता है और उसे सांघातिक ( घातक) धक्का लगता है, क्यों?
जब काँच की छड़ को सिल्क से रगड़ा जाता है तो यह