निम्न में से अनुप्रस्थ तरंग का उदाहरण है
ध्वनि तरंगें
स्प्रिंग में उत्पन्न अनुदैध्र्य तरंगें
डोरी में कम्पन
उपरोक्त सभी
एक तनी हुयी डोरी में उत्पन्न अप्रगामी तरंग का समीकरण $y = 5\sin \frac{{\pi x}}{3}\cos 40\pi t$ है। यहाँ $x$ और $y$ सेण्टीमीटर में तथा $ t$ सैकण्ड में है दो क्रमागत निस्पंदों के बीच की दूरी होगी .... $cm$
दो दृढ़ आधारों पर कसी डोरी की लम्बाई $40 cm$ है। इस पर उत्पन्न अप्रगामी तरंग की अधिकतम तरंगदैध्र्य .... सेमी. में होगी
किसी तनी हुई डोरी में मूल स्वर की आवृत्ति को दोगुना करने के लिए इसकी लम्बाई, प्रारंभिक लम्बाई की $\frac{3}{4}$ गुनी कर दी जाती है। तनाव को किस गुणक से परिवर्तित करना होगा
$1\,m$ लम्बाई तथा $5\, g$ द्रव्यमान की एक डोरी के दोनों सिरों को दृढ़ रखा है। डोरी में $8.0\, N$ का तनाव है। $100\, Hz$ आवृत्ति के एक बाहरी कम्पित्र से डोरी में कम्पन्न उत्पन्न करते है। डोरी में बने निकटतम निस्पंदों के बीच की दूरी का सन्निकट मान $.....\,cm$ होगा।
$392 Hz$ आवृत्ति का एक स्वरित्र $50 cm$ लम्बी तनी हुयी डोरी के साथ अनुनाद में है। यदि डोरी का तनाव नियत रखकर इसकी लम्बाई $2\%$ से हटा दी जाये और डोरी एवं स्वरित्र को पुन: एकसाथ कम्पित किया जाये तो उत्पन्न विस्पदों की संख्या होगी