दोनों सिरों से बँधी हुई $2.0\, m$ लम्बी एक डोरी $240 \,Hz$ के एक कम्पित्र से चलित है। डोरी अपने तीसरे गुणावृत्ती (harmonic) में कंपन करती है। तरंग की चाल और इसकी मूल आवृत्ति हैं।
$320\, m/s, 120\, Hz$
$180\, m/s, 80\, Hz$
$180\, m/s, 120\, Hz$
$320\, m/s, 80\, Hz$
एक खींचा हुआ तार स्वरित्र के साथ $512$ हर्टज आवत्ति के दोलन करता है जबकि तार की लम्बाई $0.5$ मीटर है। यदि आवृत्ति $256$ हर्टज हो तो तार की लम्बाई का मान.........मीटर होगा।
मेल्डी के प्रयोग में यदि तार के एक सिरे से जुडे़ $15\, gm$ पलड़े पर $50\, gm$ भार रखा हो तो तार $4$ लूपों में कम्पन करता है। तार को $6$ लूपों में कम्पन कराने के लिये पलड़े से कितना भार हटाना होगा
तनी हुई डोरी के दृढ़ सिरे की तरफ तरंगें जाकर टकराती हैं तथा परावर्तित होती हैं। इनमें होगीं
रैखिक द्रव्यमान घनत्व $0.04\, kgm ^{-1}$ वाली एक डोरी पर एक तरंग का समीकरण दिया जाता है।
$y=0.02( m ) \sin \left[2 \pi\left(\frac{t}{0.04( s )}-\frac{x}{0.05(m)}\right)\right]$ से डोरी में तनाव ....... $N$ है
किसी तनी हुयी डोरी में तरंग का वेग $2$ मी/सैकण्ड है। डोरी में अप्रगामी तरंगें बनती हैं जिनके निस्पंद $5$ सेमी दूरी पर हैं। डोरी के कम्पन की आवृत्ति हर्ट्ज में होगी