निम्न में से कौन सुमेलित नहीं है
$C{H_3}COO{C_2}{H_5}$ का साबुनीकरण $-$ द्वितीय कोटि अभिक्रिया
$C{H_3}COOC{H_3}$ का जल अपघटन $-$ छद्म एकल परमाण्विकअभिक्रिया
${H_2}{O_2}$ का विघटन $-$ प्रथम कोटि अभिक्रिया
$HBr$ देने के लिये ${H_2}$ तथा $B{r_2}$ का संयोजन $-$ शून्य कोटिअभिक्रिया
किसी अभिक्रिया का अर्द्ध-आयुकाल, अभिक्रिया की प्रारंभिक सांद्रता के घन के व्युत्क्रमानुपाती पाया जाता है, तो अभिक्रिया की कोटि होगी
समान ताप पर तीन चरणों में होने वाली अभिक्रिया के लिए समग्र वेग नियतांक, $\mathrm{K}=\frac{\mathrm{K}_1 \mathrm{~K}_2}{\mathrm{~K}_3}$ है। यदि $\mathrm{Ea}_1, \mathrm{Ea}_2$ और $\mathrm{Ea}_3$ क्रमशः $40,50$ और $60 \mathrm{~kJ} / \mathrm{mol}$ हो, तो समग्र $\mathrm{Ea}$. . . . . . . $\mathrm{kJ} / \mathrm{mol}$ है।
सूची-$I$ में $X$ विघटन के वेग व्यंजकों को सूची-$II$ में दिये गये तत्समान प्रोफाईल से मिलायें। $X _{ s }$ और $k$ उचित मात्रक के साथ नियतांक है।
किसी प्रथम कोटि की अभिक्रिया का अर्ध आयु काल $1386$ सेकण्ड है। उस अभिक्रिया का विशिष्ट वेग स्थिरांक है:-
निम्न में से एक आण्विक अभिक्रिया है