रेडियोधर्मी पदार्थ द्वारा उत्सर्जित a-किरणें हैं
ऋणावेशित कण
आयनीकृत हाइड्रोजन नाभिक
द्वि-आयनित हीलियम नाभिक
प्रोटॉन के समान द्रव्यमान के अनावेशित कण
एक रेडियोएक्टिव क्षय श्रृंखला (decay chain) में ${ }_{90}^{232} Th$ नाभिक, ${ }_{82}^{212} Pb$ नाभिक में क्षयित होता है। इस क्षय प्रक्रम (process) में उत्सर्जित हुए (emitted) $\alpha$ और $\beta^{-}$कणों की संख्या क्रमशः $N_\alpha$ और $N_\beta$ हैं। निम्नलिखित कथनों में से कौन सा (से) सही है (हैं)?
$(A)$ $N _\alpha=5$ $(B)$ $N _\alpha=6$ $(C)$ $N _\beta=2$ $(D)$ $N _\beta=4$
किसी स्त्रोत में फॉस्फोरस के दो रेडियो न्यूक्लाइड निहित हैं ${ }_{15}^{32} P \left(T_{1 / 2}=14.3 d \right)$ एवं ${ }_{15}^{33} P$ $\left(T_{1 / 2}=25.3 d \right) ।$ । प्रारंभ में ${ }_{15}^{33} P$ से $10\, \%$ क्षय प्राप्त होता है। इससे $90 \%$ क्षय प्राप्त करने के लिए कितने समय प्रतीक्षा करनी होगी?
एक रेडियोएक्टिव तत्व के $N$ परमाणुओं द्वारा प्रति सैकण्ड $n$ अल्फा कण उत्सर्जित होते हैं। तत्व की अर्द्ध-आयु है
रेडियोएक्टिव पोलोनियम $(Po)$ का अर्द्धआयु-काल $138.6$ वर्ष है। दस लाख पोलोनियम परमाणुओं के लिए $24$ घण्टों में विघटनों की संख्या है
किसी रेडियोधर्मी प्रतिदर्श का अर्द्धआयुकाल $5$ वर्ष है। $10$ वर्ष में क्षय होने की प्रायिकता.........$\%$ होगी