निम्न में से कौनसा रेडियोऐक्टिव क्षय नहीं होता है
पॉजिट्रॉन उत्सर्जन
इलेक्ट्रॉन संयुग्मन
संलयन
$\alpha$ क्षय
दो रेडियोधर्मीं तत्व $A$ तथा $B$ की अर्द्धआयु क्रमशः $20 \, min$ तथा $40\, min$ हैं। प्रारंभ में दोनों के नमूनों में नाभिकों की संख्या बराबर है। $80 \,min$ के उपरांत $A$ तथा $B$ के क्षय हुए नाभिकों की संख्या का अनुपात होंगा:
$t=0$ समय पर किसी डिब्दे (container) में $\lambda$ क्षय स्थिरांक (decay constant) वाले $N _{ v }$ विघटनाभिक परमाणु (radioactive atoms) रखे गए। उसी डिब्बे में प्रति इकाई समय पर उसी प्रकार के $c$ अतिरिक्त परमाणु रखे जाते हैं। $t = T$ समय पर डिब्बे में लितने परमाणु होंगे?
एक रेडियो एक्टिव नाभिक का क्षय दो विभिन्न प्रक्रम में होता है। प्रथम प्रक्रम की अर्द्ध आयु $5$ मिनट तथा दूसरे प्रक्रम की अर्द्धआयु $30$ से. है। नाभिक की प्रभावी अर्द्धआयु की गणना $\frac{\alpha}{11}$ से. की गयी है। $\alpha$ का मान______________ है।
यदि $20$ ग्राम रेडियोसक्रिय पदार्थ $4$ मिनट में रेडियोएक्टिव क्षय के कारण $10$ ग्राम रह जाता है तो उसी पदार्थ का $80$ ग्राम कितने समय में $10$ ग्राम रह जायेगा
एक रेडियो समस्थानिक का क्षय-नियतांक $\lambda$ है। यदि इसकी समय $t_{1}$ और $t_{2}$ पर सक्रियता क्रमश : $A_{1}$ और $A_{2}$ हो तो $\left(t_{1}-t_{2}\right)$ समयावधि में क्षयित नाभिकों की संख्या होगी