एकसमान बूँदे जिनकी संख्या $125$ है, प्रत्येक को $50$ वोल्ट विभव से आवेशित किया जाता है। अब इन्हें जोड़कर बनी नई बूँद का विभव ......$V$ होगा
$50$
$250$
$500$
$1250$
$a, b$ एवं $c[a < b < c]$ त्रिज्याओं वाले तीन सकेन्द्रीय धात्विक कोशों $\mathrm{X}, \mathrm{Y}$ एवं $\mathrm{Z}$ पर पृष्ठ धारा घनत्व क्रमशः $\sigma,-\sigma$ एवं $\sigma$ है। कोशों $\mathrm{X}$ एवं $\mathrm{Z}$ पर विभव समान है। यदि कोशों $\mathrm{X}$ एवं $\mathrm{Y}$ की त्रिज्याऐं क्रमशः $2 \mathrm{~cm}$ एवं $3 \mathrm{~cm}$ हैं। कोश $Z$ की त्रिज्या_______________$\mathrm{cm}$ है।
दो बिन्दु आवेश $-Q$ और $+Q / \sqrt{3} xy$-समतल पर क्रमशः मूल बिन्दु $(0,0)$ तथा एक बिन्दु $(2,0)$ पर रखे हैं, जैसा कि चित्र में दर्शाया गया है। इसके फलस्वरूप $xy$-समतल पर त्रिज्या $R$ तथा विभव $V =0$ का एक समविभव (equipotential) वृत्त बनता है जिसका केन्द्र $(b, 0)$ है। सभी लम्बाईयों की इकाई मीटर (meter) में है।
($1$) $R$ का मान. . . . मीटर है।
($2$) $b$ का मान. . . .मीटर है।
दिये गए सवाल का जवाब दीजिये ($1$) और ($2$)
$8$ सेमी भुजा के एक वर्ग के चारों कोनों पर $ + \frac{{10}}{3} \times {10^{ - 9}}C$ के आवेश में रखे गये हैं। विकर्णों के प्रतिच्छेद बिन्दु पर विभव होगा
एक पतले गोलीय चालक कोश की त्रिज्या $R$ तथा इस पर आवेश $q$ है। अन्य आवेश $Q$ को कोश के केन्द्र पर रख दिया गया है। गोलीय कोश के केन्द्र से $\frac{R}{2}$ दूरी पर बिन्दु $P$ पर विद्युत विभव होगा
एक साबुन के बुलबुले जिसका विभव $16\,V$ है, की त्रिज्या दुगनी कर दी जाये तो, बुलबुले का नया विभव ........$V$ हो जायेगा