एक रेडियोएक्टिव तत्व के $N$ परमाणुओं द्वारा प्रति सैकण्ड $n$ अल्फा कण उत्सर्जित होते हैं। तत्व की अर्द्ध-आयु है
$\frac{n}{N}$ सैकण्ड
$\frac{N}{n}$ सैकण्ड
$\frac{{0.693\;N}}{n}$ सैकण्ड
$\frac{{0.693\;n}}{N}$ सैकण्ड
एक रेंडियो सक्रिय पदार्थ की अद्धै-आयु $20$ मिनट है। इसके $\frac{2}{3}$ क्षयित होने के समय $t_{2}$ और $\frac{1}{3}$ क्षयित होने के समय $t_{1}$ में अन्तर $\left(t_{2}-t_{1}\right)$ का मान .... मिनिट हैं:
किसी क्षण पर यदि रेडियोएक्टिव पदार्थो की मात्राओं का अनुपात $2:1$ है। यदि इनकी अर्द्ध-आयु क्रमश: $12$ एवं $16$ घण्टे है, तो दो दिन बाद इनकी मात्राओं का अनुपात होगा
किसी रेडियोएक्टिव पदार्थ का $10\%$ क्षय $5$ दिन में होता है, तो $20 $ दिन पश्चात् प्रारम्भिक पदार्थ का शेष रहेगा लगभग.............$\%$
एक गांव को विधुत ऊर्जा प्रदान करने वाले नाभिकीय संयंत्र में एक $T$ वर्ष अर्द्ध-आयु के रेडियोधर्मी पदार्थ को ईंधन के रूप में प्रयोग किया जा रहा है। प्रारम्भ में ईंधन की मात्रा इतनी है कि गाँव की सम्पूर्ण विधुत शक्ति की आवश्यकताऐं उस समय उपलब्ध विधुत शक्ति की $12.5 \%$ हैं। यदि यह संयंत्र गाँव की सम्पूर्ण ऊर्जा आवयश्यकताओं को अधिकतम $n T$ वर्षो के लिए पूरा कर सकता है। तब $n$ का मान है।
किसी रेडियोधर्मी पदार्थ की प्रारम्भिक मात्रा $16\,gm$ है। $120$ दिनों बाद यह घटकर $1\,gm$ रह जाता है तो रेडियोधर्मी पदार्थ की अर्द्धआयु ........ दिन है