$m$ द्रव्यमान का एक कण किसी तल में त्रिज्या $r$ के वृत्तीय पथ पर घूम रहा है। इसका कोणीय संवेग $L$ है। कण पर लगने वाले अभिकेन्द्रीय बल का मान होगा

  • A

    $ {L^2}/mr $

  • B

    $ {L^2}m/r $

  • C

    $ {L^2}/{m^2}{r^2} $

  • D

    $ {L^2}/m{r^3} $

Similar Questions

एक कण त्रिज्या $a$ के एक वृत्तीय पथ पर एक स्थिर वेग $v$ से गतिशील है जैसा कि चित्र में दर्शाया गया है। वृत्त का केन्द्र $' C '$ से चिन्हित किया गया है। मूल बिन्दु $O$ से कोणीय संवेग इस प्रकार लिखा जा सकता है

  • [JEE MAIN 2014]

$5$ किग्रा का एक पिण्ड $X-Y$ तल में रेखा $y=x+4$ के अनुदिश एक समान चाल $3 \sqrt{2} \mathrm{~ms}^{-1}$ से गति करता है। मूल बिन्दु के परितः कण का कोणीय संवेग. . . . . .  किग्रा. मी. ${ }^2$ से $^{-i}$.

  • [JEE MAIN 2024]

यदि बल आघूर्ण का मान शून्य हो, तब

कणों के निकाय का कोणीय संवेग परिवर्तित होता है, यदि

द्रव्यमान $m$ अचर वेग से $X-$अक्ष के समान्तर एक रेखा में गति कर रहा है। मूलबिन्दु अथवा $Z-$अक्ष के सापेक्ष इसका कोणीय संवेग

  • [IIT 1985]