$0.5$ किग्रा द्रव्यमान की एक गेंद $50 \mathrm{~cm}$ लम्बी एक डोरी से बाँधी गई है। गेंद को इसकी ऊर्ध्वाधर अक्ष के परितः एक क्षैतिज वृत्ताकार पथ पर घुमाया जाता है। डोरी द्वारा सहन करने वाला अधिकतम तनाव $400 \mathrm{~N}$ है। गेंद के कोणीय वेग का अधिकतम संभव मान (रेडियन/से. में) है :
$1600$
$40$
$1000$
$20$
एक बेलनाकार पात्र आंशिक रूप से जल से भरा हुआ है। इसे इसकी ऊध्र्वाधर केन्द्रीय अक्ष के परित: घुमाया जाता है। जल की सतह
घड़ी के सैकण्ड वाले काँटे की लम्बाई $6$ सेमी है। इसके सिरे पर स्थित बिन्दु की चाल तथा दो परस्पर लम्बवत् स्थितियों में इस बिन्दु के वेग में अन्तर का परिमाण क्रमश: होंगे
एकसमान वृत्तीय गति में, वेग सदिश तथा त्वरण सदिश होते हैं
एक कण $25$ सेमी त्रिज्या के वृत्त में $2 $ चक्कर/सैकण्ड की चाल से गति कर रहा है। कण का त्वरण $m/{s^2}$में होगा
$m$ द्रव्यमान का एक गोलाकार पिण्ड $l$ लम्बाई की डोरी से बाँधकर क्षैतिज वृत्ताकार मार्ग पर $v$ चाल से घुमाया जा रहा है। इसे पूर्ण क्षैतिज वृत्त में घुमाने हेतु किया गया कार्य होगा