एक दण्ड चुम्बक उत्तर-दक्षिण दिशा में रखा जाता है। यदि उसका उत्तरी ध्रुव उत्तर की ओर हो तो शून्य तीव्रता वाले बिन्दुओं की दिशा चुम्बक के केन्द्र से किस ओर होगी
उत्तर और दक्षिण
पूर्व और पश्चिम
उत्तर पूर्व और दक्षिण पश्चिम
उत्तर पश्चिम और दक्षिण पूर्व
$S.I. $ पद्धति में चुम्बकशीलता का मात्रक है
विलगित (isolated) बिन्दु से $d $ दूरी पर $m $ इकाई ध्रुव प्राबल्य का वायु में चुम्बकीय प्रेरण का मान होगा
किसी बन्द पृष्ठ से गुजरने वाला परिणामी चुम्बकीय फ्लक्स है :
चुम्बकीय बल रेखायें
दो एक समान चुम्बकीय ध्रुव, जिनकी ध्रुव प्राबल्य $10$ तथा $40 $ $S.I.$ इकाई हैं, एक दूसरे से $30\,cm$ दूरी पर रखे हैं। दोनों को मिलाने वाली रेखा पर चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता शून्य होगी