किसी चुम्बक को लौह-चूर्ण में रखकर उठाया जाता है तो अधिकतम चूर्ण रहता है

  • A

    उत्तरी ध्रुव से दूर

  • B

    दक्षिणी ध्रुव से कुछ दूर

  • C

    चुम्बक के मध्य में

  • D

    चुम्बक के सिरों पर

Similar Questions

दो समरूप लघु छड़ चुम्बक प्रत्येक का चुम्बकीय आघूर्ण $M$ है, क्षैतिज तल में एक दूसरे से $2d $ दूरी पर इस प्रकार रखे हैं कि उनके अक्ष एक दूसरे के लम्बवत् है। तो दोनों को जोड़ने वाली रेखा के मध्य बिन्दु पर चुम्बकीय प्रेरण होगा

  • [IIT 2000]

दो छड़ चुम्बकों के चुम्बकीय आघूणो  र्की तुलना कर सकते हैं

$\mathrm{L}$ लम्बाई की एक लौह छड़ चुम्बक का चुम्बकीय आघूर्ण $\mathrm{M}$ है। यह लम्बाई के मध्य से इस प्रकार मोड़ा गया है कि दोनों भुजाएँ एक दूसरे के साथ $60^{\circ}$ का कोण बनाती है। इस नई चुम्बक का चुम्बकीय आघूर्ण है:

  • [NEET 2024]

चुम्बकीय आघूर्ण का मात्रक है

एक दूसरे से $ 1$ मीटर की दूरी पर स्थित दो एकांक चुम्बकीय ध्रुवों के मध्य लगने वाला बल है