किसी कण का प्रारंभिक वेग $(3 \hat{i}+4 \hat{j})$ तथा त्वरण $(0.4 \hat{i}+0.3 \hat{j})$ है। $10$ सेकेण्ड के पश्चात् कण की चाल होगी
किसी सदिश में परिणाम व दिशा दोनों होते हैं। क्या इसका यह अर्थ है कि कोई राशि जिसका परिमाण व दिशा हो, वह अवश्य ही सदिश होगी ? किसी वस्तु के घूर्णन की व्याख्या घूर्णन-अक्ष की दिशा और अक्ष के परितः घूर्णन-कोण द्वारा की जा सकती है। क्या इसका यह अर्थ है कि कोई भी घूर्णन एक सदिश है ?
एक कण समय $t =0$ पर मूल बिन्दू से प्रारम्भिक वेग $3.0 \hat{ i } \,m /$ $s$ और त्वरण $(6.0 \hat{ i }+4.0 \hat{ j }) \,m / s ^{2}$ से चलना शुरू करते हुए $x - y$ समतल में चलता है। उस क्षण पर जब इस कण के लिये $y$ का मान $32\, m$ हो $x$ का मान $D$ meters है। $D$ का मान होगा।