$5 \, \mu F$ की धारिता वाले एक संधारित्र को $5 \, \mu C$ तक चार्ज किया जाता है। यदि थारिता को $2\, \mu F$ तक कम करने के लिए प्लेटों को अलग-अलग खींचा जाता है, तो किया गया कार्य होगा।
$3.75\times 10^{-6}\,J$
$2.55\times 10^{-6}\,J$
$6.25\times 10^{-6}\,J$
$2.16\times 10^{-6}\,J$
$12\, pF$ का एक संधारित्र $50\, V$ की बैटरी से जुड़ा है। संधारित्र में कितनी स्थिरवैध्यूत ऊर्जा संचित होगी?
एक संधारित्र का उपयोग $1200$ वोल्ट पर $24\, watt$ $×$ $hour$ ऊर्जा संचित करने के लिये किया जाता है। संधारित्र की धारिता होनी चाहिए
$50$ $\mu$F धारिता के एक संधारित्र का $10$ वोल्ट विभवान्तर तक आवेशित किया गया है, तो उसकी ऊर्जा होगी
श्रेणी क्रम में जुड़े (संयोजित ) $n_{1}$ संधारित्रों में प्रत्येक की धारिता $C_{1}$ है। इस संयोजन को $4\, V$ विभवान्तर के एक स्त्रोत से आवेशित किया गया है। एक अन्य संयोजन में $n_{2}$ संधारित्रों को, जिनमें प्रत्येक की धारिता $C_{2}$ है, समान्तर (पाश्र्व) क्रम में जोड़कर, $V$ विभवान्तर के एक स्त्रोत से आवेशित किया गया है। यदि इन दोनो संयोजनों में संचित ऊर्जा समान (बराबर) हो तो $C_{1},$ के पदों $C_{2}$ का मान होगा
धारिता $C$ तथा $2 C$ के दो संधारित्रों को क्रमशः $V$ तथा $2 V$ विभवान्तर तक आवेशित किया जाता है। तत्पश्चात इन दोनों को इस तरह समांतर क्रम में जोड़ते हैं कि एक का धनात्मक सिरा दूसरे के ऋणात्मक सिरे से जुड़ जाता है। इस विन्यास की अंतिम ऊर्जा होगी। ($CV^2$ में)