एक कार $500$ मीटर त्रिज्या के वृत्तीय पथ पर $30 m/sec$ की चाल से चल रही है। इसकी चाल $2m/s^{2}$ की दर से बढ़ रही है, तो कार का त्वरण ........ $m/sec^2$ होगा
$2$
$2.7$
$1.8$
$9.8$
घड़ी के सैकण्ड वाले काँटे की लम्बाई $6$ सेमी है। इसके सिरे पर स्थित बिन्दु की चाल तथा दो परस्पर लम्बवत् स्थितियों में इस बिन्दु के वेग में अन्तर का परिमाण क्रमश: होंगे
सड़कें वक्र पथ पर उठी हुई होती हैं जिससे
यह माना जाता है कि कुछ न्यूट्रॉन तारे (बहुत घने तारे) $1$ चक्कर/सैकण्ड से घूर्णन करते हैं। यदि इन तारों की त्रिज्या $20\, km$ हो तो तारे की मध्य रेखा पर स्थित किसी वस्तु का त्वरण होगा
यदि $4$ मीटर त्रिज्या का एक साइकिल-पहिया एक चक्कर $2$ सैकण्ड में पूरा करता हो तो साइकिल के पहिये पर स्थित किसी बिन्दु का त्वरण होगा
एक प्रोटॉन, जिसका द्रव्यमान $ 1.6 \times 10^{-27}$ किलोग्राम है $0.10$ मीटर त्रिज्या वाली वृत्ताकार कक्षा में, घूम रहा है। इस पर कार्यरत अभिकेन्द्रीय बल $4 \times 10^{-13}\, N$ है। तब प्रोटॉन के परिक्रमण की आवृति है