एक घन $\overrightarrow{ E }=150 y ^{2} \hat{ j }$ के विधुत क्षेत्र में रखा है। घन की भुजा $0.5\, m$ है तथा यह क्षेत्र में चित्रानुसार रखा है। घन के अन्दर आवेश $.....\times 10^{-11} {C}$ है।
$3.8$
$8.3$
$0.38$
$830$
एक घनाकार क्षेत्र की भुजा $a$ और केन्द्र उद्गम पर हैं। इसमें तीन बिन्दु आवेश रख है : $+3 q (0,0,0)$ पर, $- q (0,- a / 4,0)$ पर और $- q (0,+ a / 4,0)$ । सही विकल्प (विकल्पों का चुनाव करें।
$(A)$ $x =+\frac{ a }{2}$ तल से गुजर रहा कुल विधुत-फ्लक्स, $x =-\frac{ a }{2}$ तल से गुजर रहे कुल विधुत-फ्लक्स के बराबर है।
$(B)$ $y=+\frac{a}{2}$ तल से गुजर रहा कुल विधुत-फ्लक्स, $y=-\frac{a}{2}$ तल से गुजर रहे कुल विधुत-फ्लक्स से अधिक है।
$(C)$ पूरे घनाकर क्षेत्र से गुजर रहा कुल विधुत-फ्लक्स, $\frac{q}{\varepsilon_0}$ है।
$(D)$ $z=+\frac{a}{2}$ तल से गुजर रहा कुल विधुत-फ्लक्स, $x=+\frac{a}{2}$ तल से गुजर रहे कुल विधुत-फ्लक्स से बराबर है।
चित्र में दर्शाए गए वक्रों में से कौन संभावित स्थिरवैध्यूत क्षेत्र रेखाएँ निरूपित नहीं करते?
$2.0\, \mu C$ का कोई बिंदु आवेश किसी किनारे पर $9.0 \,cm$ किनारे वाले किसी घनीय गाउसीय पृष्ठ के केंद्र पर स्थित है। पृष्ठ से गुजरने वाला नेट फ्लक्स क्या है?
चित्र में दिखाये गये बक्से से होकर विधुत क्षेत्र $\overrightarrow{ E }=4 xi -\left( y ^{2}+1\right) \hat{ j } N / C$ निकलता है। यदि बक्से के $ABCD$ तथा $BCGF$ समतलों में से होकर जाने वाले फ्लक्स का मान क्रमश: $\phi_{ I }$ तथा $\phi_{ II }$ है तब इनमें अन्तर $\left(\phi_{ I }-\phi_{ II }\right)$ $\left( Nm ^{2} / C \right)$ में होगा $......$
मान लीजिए कि एक बिंदु आवेश $q$ के द्वारा $r$ दूरी पर उत्पन्न विद्युतीय क्षेत्र $E$ व्युत-वर्गानुपाति (inverse square) न हो के बल्कि व्युत-घनानुपाति (inverse cubic) है | जैसे कि $\vec{E}=k \frac{q}{r^3} \hat{r}$ जहाँ $k$ एक नियतांक है | निम्नलिखित दो कथनों पर विचार करें ।
$(i)$ आवेश को परिबद्ध (enclosing) करने वाले एक गोलीय पृष्ठ से निकलने वाले विद्युत अभिवाह (flux), $\phi=q_{\text {enclosed }} / \epsilon_0$
$(ii)$ एकसमान रूप से आवेशित खोखले कोष के अन्दर स्थित आवेश पर एक बल लगेगा ।
सही विकल्प का चयन करें