Gujarati
2. Electric Potential and Capacitance
medium

एक समान्तर प्लेट संधारित्र की प्लेटों के मध्य $d$ मोटाई की परावैद्युत पट्टी रखी जाती है। संधारित्र की ऋणात्मक प्लेट $x = 0$ पर है तथा धनात्मक प्लेट $x = 3d$ पर है। परावैद्युत पट्टी की दोनों प्लेटों से दूरी समान है। संधारित्र को फिर आवेशित किया जाता है। जैसे-जैसे $x$ का मान $0$ से $3d$ हो जायेगा

A

विद्युत क्षेत्र का परिमाण नियत रहेगा

B

विद्युत क्षेत्र की दिशा नियत रहेगा

C

विद्युत विभव का मान लगातार बढ़ेगा

D

दोनों (बी) और (सी)

(IIT-1998)

Solution

परावैद्युत पट्टी रखने के पश्चात् भी विद्युत क्षेत्र की दिशा प्लेटों के लम्बवत् एवं धन प्लेट से ऋण प्लेट की ओर होगी।

पुन: वायु में विद्युत क्षेत्र का परिमाण $ = \frac{\sigma }{{{\varepsilon _0}}}$

परावैद्युत माध्यम में विद्युत क्षेत्र का परिमाण  $ = \frac{\sigma }{{K{\varepsilon _0}}}$

चूंकि बल रेखायें सदैव उच्च विभव से निम्न विभव की ओर होगी अत: $x = 0$ से $x = 3d$ की ओर विभव में लगातार कमी होगी।  

Standard 12
Physics

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