एक गैस, जिसका प्रारंभिक तापमान $T$ है, को आकस्मिक प्रसार के द्वारा आयतन $V$ से $2 V$ पर लाया जाता है. तब

  • [KVPY 2016]
  • A

    यह प्रक्रिया रुद्धोष्म है.

  • B

    यह प्रक्रिया समतापी है.

  • C

    इस प्रक्रिया में किया गया कार्य $n R T \ln _e(2)$ है जहाँ $n$ गैस के मोलों की संख्या है.

  • D

    इस प्रक्रिया में एन्ट्रापी (Entropy) अपरिवर्तित रहती है.

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वायु के रुद्धोष्म प्रसार में आयतन में वृद्धि $5\%$ होती है। इसके दाब में ..... $(\%)$ प्रतिशत कमी होगी

एक रुद्धोष्म संपीड़न के दौरान, एक द्विपरमाणुक आदर्श गैस के $2$ मोल का आयतन $50 \%$ कम किये जाने में $830 J$ का कार्य करना पड़ता है। इसके तापमान में परिवर्तन है लगभग $\dots K$: $\left( R =8.3 JK ^{-1} mol ^{-1}\right)$

  • [JEE MAIN 2014]

एक इंजिन, $20^{\circ} C$ ताप एवं $1$ वायुमंडलीय दाब पर $5$ मोल हवा लेकर मूल आयतन का $\frac{1}{10}$ रूद्धोष्म रूप से संपीड़ित करता है। हवा को दृढ़ अणुओं से बना द्विपरमाण्विक आदर्श गैस मानते हुए इस प्रक्रिया में आंतरिक ऊर्जा में परिवर्तन $XKJ$ है। $X$ का मान निकटतम पूर्णांक में है

  • [JEE MAIN 2020]

सामान्य ताप पर एक गैस को प्रारम्भिक आयतन के एक चौथाई भाग तक संपीड़ित किया जाता है। इसके ताप में ...... $K$ वृद्धि होगी $(\gamma  = 1.5)$

${27^o}C$ ताप पर किसी एक-परमाणुक आदर्श गैस के $2$ मोल का आयतन $V $ है। यदि गैस को रूद्वोष्म रूप से $2V $ आयतन तक प्रसारित किया जाता है तो गैस द्वारा किया गया कार्य  ....... $J$  होगा।   $[\gamma  = 5/3,\,R = 8.31J/mol\,K]$